प्रीतम श्रावस्तवी Tag: ग़ज़ल/गीतिका 307 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रीतम श्रावस्तवी 10 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल---- जाम पीने दे मुझे आँखों के पैमानों से ऐसी बादा न मिलेगी किसी मैख़ानों से इश्क़ में दर्द है तन्हाई है रुसवाई भी ग़र यक़ी हो न तो ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 269 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल हर कोई होगा वफ़ादार ज़रूरी तो नहीं सब हों अच्छाई के अवतार ज़रूरी तो नहीं वक़्त की झुर्रियों को आज़ छुपाने के लिए आइना होगा मददगार ज़रूरी तो नहीं चुल्लू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 238 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल ये इज़हारे उल्फ़त सनम करते करते न हो देर मुझको समझते समझते नहीं थाम लेते जो तुम हाथ मेरा सदी बीत जाती सँभलते सँभलते बहार आ गयी तेरे आने से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 210 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Apr 2017 · 1 min read करता है जो मुहब्बत बदनाम ही तो है नज़रें हया से झुकना ये सलाम ही तो है करता है जो मुहब्बत बदनाम ही तो है क्यूँ जाएँ मैक़दे में पीने वास्ते आँखों से रोज पीना इक जाम ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 225 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Apr 2017 · 1 min read कान दीवारों के होते हैं बीज वफ़ा के तू बोया कर देख ग़मों को मत रोया कर बहुत अहम हैं माँ की दुआएं उनकी खातिर भी सोचा कर ग़र खुशियों को जो तू चाहे दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 292 Share प्रीतम श्रावस्तवी 20 Apr 2017 · 1 min read तितली की झुंड मेरे मन को लुभा गई मौसम बसंती आया हरियाली छा गई दुलहन बनी जमीं है सिंगार पा गई ठूंठे सभी शज़र थे बीमार जैसे थे चेहरा खिला खिला है रौनक़ सी आ गई अब वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 300 Share प्रीतम श्रावस्तवी 11 May 2017 · 1 min read बड़े ही दयालु हैं मोहन हमारे सभा बीच कृष्णा ये कहने लगी है बचा लो कन्हैया सिसकने लगी है दुशासन सभा में किया चाहे नंगी मेरी लाज भगवन ये लुटने लगी है वो अपनी तरफ खींचता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 242 Share प्रीतम श्रावस्तवी 21 May 2017 · 1 min read बस ग़ज़ल उनकी निशानी रह गई ग़ज़ल ---------- ?? और गुल की तो कहानी रह गई बस चमन में रात रानी रह गई ?? दिल में छवि कोई पुरानी रह गई आंखों में दरिया तूफानी रह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 455 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read बाप की इस बेबसी पर बेटियाँ रोने लगीं ग़ज़ल ??? अब्र की इस बेरुख़ी पर बिज़लियाँ रोने लगीं फिर जमीं की आज़ ये बेताबियाँ रोने लगीं ????????? हल्दी मेहदी और सहरे से हुई नफ़रत मुझे देख उसकी बेरुख़ी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 455 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 Aug 2017 · 1 min read पाँव छालों भरा नहीं होता ग़ज़ल ********** जिन्दगी में मज़ा नही होता दर्दे- दिल जो पला नहीं होता ?????????? जो मैं चलता न जानिबे मंजिल पाँव छालों भरा नहीं होता ?????????? मरते बेमौत ही हजारों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 253 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Sep 2017 · 1 min read नकाब जुल्फ़ों का चेहरे पे डाल रक्खा है आग़ाज़ आज की हासिल ग़ज़ल ********* निज़ाम कैसा खुदा ने सँभाल रक्खा है उरूज है जो दिया तो जवाल रक्खा है ? उसी का दर्द जिगर में तो पाल रक्खा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 199 Share प्रीतम श्रावस्तवी 22 Sep 2017 · 1 min read जो मिला बेवफा मिला हमको ग़ज़ल ********** जिन्दगी से दगा मिला हमको जो था अपना खफ़ा मिला हमको दोस्त अब तक न मिल सका कोई जो मिला बेवफ़ा मिला हमको एक जाता नहीं सुबह हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 291 Share प्रीतम श्रावस्तवी 31 May 2018 · 1 min read मौत आनी है मना कौन करे -----ग़ज़ल---- 2122 1122 22 ज़िन्दगी भर ये ख़ता कौन करे दर्द की फिर से दवा कौन करे यार ख़ुदग़र्ज़ है जहां सारा हम ग़रीबों का भला कौन करे छेड़ मत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 191 Share प्रीतम श्रावस्तवी 25 Oct 2018 · 1 min read ग़ज़ल जाने किस ख़ता पर वो मुझसे रूठ जाते हैं रह के मेरे ही दिल में मेरा दिल जलाते हैं उनके ही ख़यालों में शब ग़ुज़रती है मेरी और एक वो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 246 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Nov 2018 · 1 min read हो गया है ख़फा शजर मुझसे रूठ जाना सनम "मगर मुझसे फेर लेना """"नहीं नज़र मुझसे कल तलक छाँव दे रहा था जो हो गया है ख़फा ""शजर मुझसे किससे पूछूँ पता मैं खुशियों की है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 223 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Nov 2018 · 1 min read प्यारी हिन्दी अपने घर में रह कर भी दिन रात तड़पती है हिन्दी जाने क्यों लोगों के दिल में आज खटकती है हिन्दी राष्ट्र का सम्मान मिला पर कैसी ये परिभाषा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 210 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल -----ग़ज़ल---- गर निगाहों में """""प्यार आएगा दर्दे दिल""""" बेशुमार आएगा होश कर लो """ जरा ऐ दीवानों रंज और दुख """"हजार आएगा रात दिन """अश्क़ ही बहेंगे जब कैसे दरिया""""... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 272 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read नाते शरीक़ आ गये आ गये ------रहनुमा आ गये दो सलामी ------हबीबे-ख़ुदा आ गये ज़िन्दगी को -------बक़ा देनेे के वास्ते, दर्द मंदों के ग़म -----की दवा आ गये गुल महकने लगे खिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 382 Share प्रीतम श्रावस्तवी 19 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल------ अब मेरी क़ौम को तू न-------- इतना जवाल दे सबको मिले उरूज ---------ख़ुदा वो कमाल दे भूखे हैं कबसे बच्चे ---------ग़रीबों के या ख़ुदा कर दे करम इलाही -----------उन्हे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 249 Share प्रीतम श्रावस्तवी 27 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल --------ग़ज़ल-------- 212-212-212--2 हिज़्र की -----रात सोने न देती ख़्वाब कोई-- --सँजोने न देती दिल की धड़कन भी रूठी है ऐसे सांस का बोझ ढोने ------ न देती मुझसे रूठी है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 197 Share प्रीतम श्रावस्तवी 27 Dec 2018 · 1 min read ग़ज़ल ---------ग़ज़ल------- कुछ पास हो न हो मेरे लेकिन वफ़ा तो है इन्सानियत का फ़र्ज़ है क्या ये पता तो है कुछ और पा सका नहीं -- उसके जो प्यार में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 204 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल ---------ग़ज़ल-------- माँ की दुआओं के बिन क़िस्मत नहीं बदलती ये वो ख़ज़ाना जिसकी क़ीमत नहीं बदलती बदले ज़माना लेकिन बेटों के वास्ते तो माँ ऐसी शै है जिसकी सूरत नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 200 Share प्रीतम श्रावस्तवी 22 Jan 2019 · 1 min read जब बंद ग़र्दिशों ने हरिक रास्ता किया [15/1, 11:15 pm] Pritam Rathaur: मुझको खुलूस ने वो अता मर्तबा किया दुश्मन ने भी अदब से मेरा तज़किरा किया क़िरदार की बुलंदी उड़ा ले गयी मुझे जब बंद ग़र्दिशों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 205 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Feb 2019 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल---- चलो आज कर दें उजाला यहीं पर है टूटा किसी का सितारा यहीं पर किसी ने तो खोया है बेटा यहीं पर कोई उम्र भर का सहारा यहीं पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 212 Share प्रीतम श्रावस्तवी 28 Feb 2019 · 1 min read ग़ज़ल * ------- ग़ज़ल ------ दिलों में प्यार की शम्मा जलाने हम चले आए मुहब्बत ही करो सबसे जताने हम चले आए न हासिल कुछ तुम्हें होगा तनफ़्फ़ुर से जहां वालों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 236 Share प्रीतम श्रावस्तवी 1 Mar 2019 · 1 min read ग़ज़ल ----- ग़ज़ल ------- ख़ुश हुआ कौन और ग़मज़दा कौन है दुनिया ख़ुदग़र्ज़ है सोचता कौन है मेरे ख़्वाबों में ये आ रहा कौन है चुपके से हो गया दिलरुबा कौन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 214 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read ग़ज़ल -------ग़ज़ल----- हो जिसका बागबां दुश्मन वो हर बागान ख़तरे में कली की कमसिनी फूलों की है मुस्कान ख़तरे में भला बरसेंगी कैसे रहमतें अल्लाह की यारों हो जिस घर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 225 Share प्रीतम श्रावस्तवी 24 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल ज़ख़्म दिल के बहुत ही गहरे हैं हाँ मगर ये बड़े सुनहरे हैं ये निशानी हैं मेरे दिलबर की साँस बन कर जो मुझमें ठहरे हैं देख कर रंग ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 219 Share प्रीतम श्रावस्तवी 27 Jun 2019 · 1 min read ग़ज़ल "माँ को समर्पित" ---------------------- ------ग़ज़ल------ माँ तो ममता की खान है प्यारे माँ ही हर घर की शान है प्यारे ग़म उठा कर भी दे बुलंदी हमें इसलिए माँ महान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 215 Share प्रीतम श्रावस्तवी 27 Jun 2019 · 1 min read बचपन की यादें -----ग़ज़ल----- माँ का प्यार दुलार मिला दे बचपन का संसार मिला दे छोटी ग़लती पर मिलती जो प्यार भरा फटकार मिला दे जो थी लुटाती भर भर आँचल ममता का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 464 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Aug 2019 · 1 min read ग़ज़ल हाले दिल अपना अगर आप ग़ज़ल में कहते कैसा था दर्दे सफ़र आप ग़ज़ल में कहते कैसे घायल हुआ दिल आपका इस महफ़िल में चल गया तीरे नज़र आप ग़ज़ल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 212 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read कोहरा --------ग़ज़ल------- जब ज़मी से भी ऊपर गया कोहरा खौफ़ सूरज में इक भर गया कोहरा फूटतीं बोलियाँ मुँह में जमनें लगीं इस तरह सबके अंदर गया कोहरा उस घड़ी रुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 478 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read सच का जग में दाम बहुत है ----ग़ज़ल------- किसने कहा आराम बहुत है जीवन में तो काम बहुत है पग पग पर है नव कठिनाई आगे भी संग्राम बहुत है नाम अनेकों हैं प्रभु के पर तरने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 271 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read है अब आदमी में अदावत ज़ियादा ---------ग़ज़ल------- है अब आदमी में अदावत ज़ियादा सदा दिल दुखाने की आदत ज़ियादा नहीं मोल रिश्तों वका रखता ज़रा भी करे हर क़दम पर सियासत ज़ियादा यहाँ आदमी ख़ुद को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 231 Share प्रीतम श्रावस्तवी 2 Mar 2020 · 1 min read ग़ज़ल ------ग़ज़ल---- 221-1221-1221-122 तूफ़ान अदावत का जो उट्ठा है दबा दो नफ़रत है जहाँ प्यार का इक दीप जला दो ख़ुश्बू से मुहब्बत की मोअत्तर हों फ़िज़ांएँ सहरा सा जो गुलशन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 241 Share प्रीतम श्रावस्तवी 15 May 2020 · 1 min read ज़ख़्म वरना हरा नहीं होता -------★ग़ज़ल★------- काश मैं बा-वफ़ा नहीं होता इस तरह ग़मज़दा नहीं होता दर्द क्या है पता नहीं होता दिल जो तुझको दिया नहीं होता मेरा कुछ कर न पाती ये आँधी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 236 Share प्रीतम श्रावस्तवी 15 May 2020 · 1 min read माँ के छूने से तो पत्थर भी सँवर जाते हैं -------+ग़ज़ल+----- माँ के क़दमों में अगर लोग ठहर जाते हैं ग़म के सागर को वो इक पल में उतर जाते हैं फूल तो फूल हैं ऐ दोस्त जहां में लेकिन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 485 Share प्रीतम श्रावस्तवी 15 May 2020 · 1 min read किसी ग़रीब को आओ हँसा के देखते हैं -------ग़ज़ल------ तुम्हारे दर पे किसी रोज़ आ के देख ते हैं नसीब अपना ये हम आज़मा के देख ते हैं ~~~~~~~~~~~~~~~~~ तुम्हारे शहर की कितनी हवाएँ हैं क़ातिल मगर घर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 457 Share प्रीतम श्रावस्तवी 28 Nov 2020 · 1 min read ग़ज़ल हो के वो बे क़रार आँखों में देखता बार - बार आँखों में जिस घड़ी वो जुदा हुआ मुझसे अश्क़ थे बेशुमार आँखों में बारहा दिल मेरा तो दिलबर के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 272 Share प्रीतम श्रावस्तवी 11 Jan 2021 · 1 min read हौसलों के परों से उड़ा कीजिए -------------ग़ज़ल------------; मत सरेराह तन्हा चला कीजिए ये ज़माना बुरा है बचा कीजिए जो भी कहना है वो बेहिचक बोल दो हाथ से हाथ को मत मला कीजिए थोड़ा दीदार हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 417 Share प्रीतम श्रावस्तवी 24 Feb 2021 · 1 min read साँस बनने पर तुली है अब शरारा देखना ----------ग़ज़ल------- तितलियों का बाग में ग़र तुम नज़ारा देखना हो न जाये इस मुहब्बत में ख़सारा देखना आशियाने जो बनाते हो यहाँ ख़्वाबों के तुम आँधियाँ आयें न बादल का... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 420 Share प्रीतम श्रावस्तवी 24 Feb 2021 · 1 min read जिनके आँगन में कोई बूढ़ा शजर होता है ------ग़ज़ल------ मुझको हरगिज़ न ग़मों का कोई डर होता है जब निगूँ माँ तेरे क़दमो में ये सर होता है मौत भी आये तो इक बार पड़ेगा मुड़ना इस तरह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 310 Share प्रीतम श्रावस्तवी 8 May 2021 · 1 min read आतिशे फुरक़त में जलता मैं कि तू --------ग़ज़ल--------- छोड़कर तन्हा गया था मैं कि तू प्यार को यूँ करके रुसवा मैं कि तू ले रहा है कौन बदला मैं कि तू किसने खाया ज़ख़्म गहरा मैं कि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 257 Share प्रीतम श्रावस्तवी 13 May 2021 · 1 min read मेरे बुढ़ापे का तू सहारा, मेरी नज़र में एवन है -------ग़ज़ल------- मम्मा बोली इक दिन मुझसे, मून तू मेरा तू ही सन है मेरे बुढ़ापे का तू सहारा, मेरी नज़र में एवन है जीन्स फ़टी है फ़टी कमीज़ें, जिसको देखो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 628 Share प्रीतम श्रावस्तवी 30 Jun 2023 · 1 min read अब कहाँ मौत से मैं डरता हूँ तेरी यादों से जब गुज़रता हूँ मैं न जीता हूँ और न मरता हूँ तेरे ग़म ने वो हाल कर डाला रात-दिन सिर्फ़ आह भरता हूँ ज़िन्दगी तू ये चाहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 144 Share प्रीतम श्रावस्तवी 6 Apr 2017 · 1 min read बेहाल दिल आपके तसव्वुर में खूब दिल मचलता है आह निकलती दिल जोर से धड़कता है ????????? दूरियां न जीने दे पास अब तो आजा तू आरजू़ मिलन की है शोला सा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 223 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Apr 2017 · 1 min read Thinking ********* कलम को कौम की मेरे कभी जो याद आती है मैं उर्दू में ग़ज़ल--- कहता हूँ हिन्दी मुस्कुराती है *******---------------********** अगर गुल से मुहब्बत हो किसी बुलबुल को गुलशन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 208 Share प्रीतम श्रावस्तवी 10 Apr 2017 · 1 min read बिखरते बिखरते सँवरने लगी वो बिखरते - बिखरते सँवरने लगी वो कि बन कर के खुश्बू महकने लगी वो नही बस रहा अब मेरी धड़कनों पे मेरे दिल में ऐसे उतरने लगी वो कभी जो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 607 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 Apr 2017 · 1 min read उम्मीद के तुम न दीपक बुझाओ ? उम्मीद के तुम न दीपक बुझाओ ?ऐ आँधियों तुम कहीं और जाओ ??????????? ?ऐ मेरी आँखों न आँसू बहाना ?सपने नये कोई अब तुम सजाओ ??????????? ?ऐ दिल न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 257 Share प्रीतम श्रावस्तवी 14 Apr 2017 · 1 min read आने - जाने पे वो सबपे नज़र रखती है आने - जाने पे वो सबपे नज़र रखती है किसके दिल में है क्या ये भी ख़बर रखती है कैसा माहौल हो वो सबमें ही जी लेती है आज की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 189 Share Page 1 Next