विमला महरिया मौज 82 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read रोजगार रोटी मिले,मिले स्नेह सम्मान। रोजगार रोटी मिले,मिले स्नेह सम्मान। मौज लिखे मजदूर की,मेहनत का गुणगान।। "मौज" Quote Writer 1 173 Share विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read अपना देश *अपना देश* मानवता का धर्म निभाएं गीत प्रेम के मिलकर गाएं । अपना भारत देश निराला नील गगन में ध्वज फहराएं।। नन्हें वीर सिपाही हैं हम नहीं किसी से भी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 160 Share विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read धरती करे पुकार धरती करे पुकार! लहराता आंचल हरियाला पात-पात पर गीत की माला। चलें झूमती सदा हवाएं गाय चराता दीखे ग्वाला।। सुखमय सुरभित मोहक पावन मंगलमय वन नित मनभावन। कल-कल बहती जीवन... Poetry Writing Challenge · कविता 1 179 Share विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read मीठी तकरार मीठी तकरार तितली से तकरार हो गई मधुमक्खी से होड़। फुलचुग्गी पर धौंस जमाई भौंरे ने पुरजोर।। पंख हिलाकर तितली बोली मोटे खूसट चोर! षट्पद शिलीमुख कालिये कर्कश करते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 59 Share विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 2 min read मैं विवेकानंद बोलता हूँ! मैं विवेकानंद बोलता हूं! मैं विवेकानंद बोलता हूं!! सुनो सब! बहुत ध्यान से सुनो!! समय की सख्त तराजू पर यह वर्तमान तोलता हूं!! अफसोस भी करता हूं मैं एकांत क्षणों... Poetry Writing Challenge · कविता 1 109 Share विमला महरिया मौज 17 May 2023 · 1 min read तितली फूल लगाए मैंने भाई उन पर तितली मंडराई। रंग बिरंगे पुष्प देख कर भोली तितली चकराई।। लाल गुलाबी नीले पीले धवल बैंगनी नारंगी। मीठे रस से भरे खजाने पीकर हो... Poetry Writing Challenge 1 158 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 1 min read भगिनी निवेदिता भगिनी निवेदिता वन्दन नाम निवेदिता,वन्दन कर्म अपार। वन्दन भारत भूमि को, दिया स्नेह संसार।। सुता शारदा मात की, गुरु विवेकानन्द। जलता दीपक ज्ञान का, किया कलुष को मन्द।। परदेशी परभावती... Poetry Writing Challenge · कविता 1 67 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 1 min read आने वाले साल में आने वाले साल में! बदलेंगे हर हाल में!आने वाले साल में! जीएंगे, जीने देंगे! मानेंगे, मनाएंगे! सीखेंगे, सीखाएंगे! मिलकर गुनगुनाएंगे! आने वाले साल में!बदलेंगे हर हाल में!! कमर कसेंगे, प्रण... Poetry Writing Challenge · कविता 1 63 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 1 min read नए साल तुम ऐसे आओ नए साल तुम ऐसे आओ! नए साल तुम ऐसे आओ! हर घर आँगन खुशियां लाओ! हाली हरखे,बरखा बरसे फसलें लहलहाती मन सरसे। धन धान्य से भरे भंडारे कोई न भूखा... Poetry Writing Challenge · कविता 2 71 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 1 min read हिंदी भाषा हिंदी भाषा हिंदी भाषा देश की,आन बान और शान है। गर्व करें हम भारतवासी, हिंदी सदा महान है।। शब्दों के सुंदर संयोजन भावों की पावन सरिता। सरल सहज और श्रेष्ठ... Poetry Writing Challenge · कविता 2 137 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 1 min read कूक रही है कोयल काली कूक रही है कोयल काली! कूक रही है कोयल काली अमिया वाले बाग में। मौसम के संग ताल मिलाती फूलों के अनुराग में। बासंती है सारा आलम गदराया मधुमास में।... Poetry Writing Challenge · कविता 2 273 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 2 min read झील बाल कविता.......... *झील!* सूखी नदियां ताल तलैया,जोहड़ कुएं बावड़ी। सूखे से तपती धरती पर बूंद एक भी नहीं पड़ी।। चिंतातुर मंगल वनवासी, पानी बिन घबरा रहे। बड़े बुजुर्ग बैठ कर... Poetry Writing Challenge · बाल कविता 2 182 Share विमला महरिया मौज 16 May 2023 · 3 min read गांधी जी पर पांच कविताएं गाँधी जी पर पाँच कविताएं 1- गांधी की लाठी मजबूती से लाठी पकड़े चलते सीना तान कर। प्यारे बच्चों गर्व करोगे गांधीजी को जानकर।। ठक-ठक लाठी से ठरकाए द्वार बंद... Poetry Writing Challenge · कविता 2 128 Share विमला महरिया मौज 20 Jan 2023 · 2 min read बोर्नविटा मेरा बेटा ओजस्वदीप तेरह साल का हो गया है। बात उस समय की है जब वो दो साल का था और तुतलाते हुए अपने आर्ग्युमेंट्स करता था। मैं राजकीय विद्यालय... Hindi · संस्मरण 1 115 Share विमला महरिया मौज 9 Jan 2023 · 1 min read मानवता मानवता के मूल को, भूल गए हैं लोग। जहां मनुजता है नहीं, वहां बसे हैं रोग।। मानवता के सारथी, करते अदभुत काम। पोषक बनते दीन के,हरते दुख अविराम।। मानवता मन... Hindi 1 119 Share विमला महरिया मौज 14 Mar 2019 · 7 min read एक पत्र अभिभावकों के नाम एक पत्र अभिभावकों के नाम* प्रिय अभिभावक! मेरा प्रणाम स्वीकार करें एवं निवेदन भी! सीकर में घटित कल की घटना ने हृदय को झकझोर दिया है। हमारी आंखों के सामने... Hindi · लेख 3 2 640 Share विमला महरिया मौज 1 Nov 2018 · 1 min read दोहे घर की बातें"* अनुशासन जिस घर नहीं,वो घर नरक समान। खुद को पहले साधिए, घर देवालय जान ।। मंदिर जैसा घर हुआ,ध्यान राखिए आप। तन मन दोनों साफ हो ,... Hindi · दोहा 4 410 Share विमला महरिया मौज 1 Nov 2018 · 2 min read मां!! *मां!!* सुना है! पुराना हो गया है मां का आंचल! जब से पहलू में बीवी आई है,उसके आंचल की खुशबू में घुला,भूल रहा हूं मैं, मां के आंचल की वो... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 42 1k Share विमला महरिया मौज 11 Dec 2017 · 1 min read पिता!!!!!! *पिता!!!!!!* जमीं वितान मौन है ,पिता समान कौन है। शिवा सरूप बाप है,सकाल काल गौन है।। दिया अतीव प्यार तो,लिया जरा दिया नहीं। सदैव थाम हाथ को,बिठा दिया कहा वहीं।।... Hindi · कविता 3 454 Share विमला महरिया मौज 3 Dec 2017 · 3 min read मौज के मुक्तक *"मौज के मुक्तक"* ---------------------------------------------------------- १ ये मेरे देश की धरती अमन के गीत गाती है। खार की आंधियों में भी हवाएं मुस्कुराती है। दिया संदेश एक घर का जगत को... Hindi · मुक्तक 4 312 Share विमला महरिया मौज 3 Dec 2017 · 1 min read प्रकृति ने छेड़ा राग *प्रकृति ने छेड़ा राग.......* बजता है संगीत सदा,धरा गगन के बीच। खिलते कमल कमाल के, जहां भरा है कीच।। भोर का वंदन भाव से,करते पंखी रोज। सांझ आरती गा रहे,मन... Hindi · कविता 2 314 Share विमला महरिया मौज 3 Dec 2017 · 1 min read तुम्हारे गांव के पक्षी *तुम्हारे गांव के पक्षी* सुनो सखी!!!!! कैसी हो??? मन विचलित है तन कुम्हलाया !!!! तनिक उम्मीद जगी जो तेरा खत आया!!! मेरे शहर की दीवारें ऊंची नीचे पड़ गए हैं... Hindi · कविता 3 419 Share विमला महरिया मौज 13 Nov 2017 · 3 min read पत्र मेरी बेटी को!!!!!!!!! 1अक्टूबर 2017 मेरा पत्र !!!! मेरी बेटी के लिए.............. मेरी प्यारी लाडो!! जन्मदिन मुबारक हो!! सदा सुखी रहो!!!!सदा स्वस्थ और प्रसन्न रहो!!!! बेटा जी!!!आप बालिग हो गई हैं!!!!आपके पापा के... Hindi · लेख 2 1k Share विमला महरिया मौज 11 Nov 2017 · 1 min read दोहराऊं इतिहास *दोहराऊं इतिहास* *सिलसिला* यादों का, तोड़ न पाऊं मैं!! यादों की गुल्लक को, फोड़ न पाऊं मैं!! दोहराऊं इतिहास, बात बनाऊं मैं, मन के टूटे तार,जोड़ नहीं पाऊं मैं। पोली,चौक-चौबारे... Hindi · कविता 2 390 Share विमला महरिया मौज 11 Nov 2017 · 2 min read मौज के दोहे *मौज*के दोहे....... नमन करूं मां शारदे,शीश राखिए हाथ। लेखन मान बढाइए, रहिए मां नित साथ।। नमन है गुरूदेव को,दिया अनौखा ज्ञान। कलम थमाई हाथ में,बढ़ा गुरू का मान।। कलम कटारी... Hindi · दोहा 2 763 Share विमला महरिया मौज 11 Nov 2017 · 1 min read काश!!!!! *काश!!!!!* बहुत सुंदर!!!! हंसती मुस्कुराती नाचती फूलों सी महकती खिलती तितलियों के पीछे दौड़ लगाती बादलों को देख उछलने लगती बारिश में छप-छपाक भागती भीगती हवा से बातें करती पेड़ों... Hindi · कविता 2 258 Share विमला महरिया मौज 8 Mar 2017 · 2 min read आह्वान शुभकामनाएँ........... ============== "आह्वान" --------------------------- हे ! भारत की महाभाग , गौरव की गाथा नारी | आह्वान हो रहा तेरा , अब जाग-जाग तू प्यारी || तू ही दुर्गा,तू ही काली... Hindi · कविता 2 462 Share विमला महरिया मौज 4 Mar 2017 · 1 min read मेरे सखा मेरे सखा! मित्र!मेरे प्यारे-प्यारे, साथ हमेशा तू रहना | सुख-दु:ख आए-जाए, दो बोल स्नेह के नित कहना || सखा मेरे तू साबुन बनकर , धो देना इस मन के दाग... Hindi · कविता 3 544 Share विमला महरिया मौज 4 Mar 2017 · 1 min read मधुर मिलन *मधुर मिलन* खनके मन के तार सखी रे! साँस बन गई शहनाई । धड़कन बन गई ढोल बावली, नस-नस ने बीन बजाई ।। छनके घुँघरू आहों के , सब तन्त्र... Hindi · कविता 2 920 Share विमला महरिया मौज 4 Mar 2017 · 1 min read सुनिए !!! सुनिए!!!!!!! ----------- सुनिए!!!!! मेरी कहानी, एक बार फिर............... चिर अतीत से, आज तक पहला कदम आपका था, जो मेरी ओर बढ़ा...... मैं तो सृष्टि हूं!!!!! मगन थी सृजन में!! कलियों,... Hindi · कविता 2 407 Share विमला महरिया मौज 1 Mar 2017 · 1 min read बलात्कार " बलात्कार " """""""""""""""""""""""""""""""" कुदरत का बेजोड़ करिश्मा , मानव का निर्माण किया | सुन्दर बदन,प्रखर चेतना, बल बुद्धि परिणाम दिया || मीठी वाणी मुक्तल पाणि , दिशा,देश,पहचान दिया |... Hindi · कविता 2 734 Share विमला महरिया मौज 28 Jan 2017 · 2 min read नन्हीं का संदेश * नन्हीं का संदेश* ऐ ढलते सूरज जा, संदेश दे मेरी मां को । अंधियारों से डरती हूं , भेज दे मेरी मां को ।। देखूं उसका मुखड़ा , वो... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 492 Share Previous Page 2