Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2023 · 1 min read

तितली

फूल लगाए मैंने भाई
उन पर तितली मंडराई।
रंग बिरंगे पुष्प देख कर
भोली तितली चकराई।।

लाल गुलाबी नीले पीले
धवल बैंगनी नारंगी।
मीठे रस से भरे खजाने
पीकर हो गई चंगी।

खुशबू से मदहोश हुई तो
कांटों से जा टकराई।
ओ हो हो हो पीड़ादायक
बचा मुझे हे माई!!

मिला वहीं पर काला भौंरा
मस्त बड़ा अलबेला।
गाता गुनगुन रस पी लेता
कहता जीवन मेला।।

महकी बगिया चहकी चिड़िया
सारा आलम सरसाया।
कुदरत ने दोनों हाथों से
रंग धरा पर बरसाया।।

विमला महरिया “मौज”

1 Like · 160 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सोने की चिड़िया
सोने की चिड़िया
Bodhisatva kastooriya
अवसर
अवसर
संजय कुमार संजू
अगर लोग आपको rude समझते हैं तो समझने दें
अगर लोग आपको rude समझते हैं तो समझने दें
ruby kumari
प्रभु श्रीराम
प्रभु श्रीराम
Dr. Upasana Pandey
तुम्हारा प्यार अब मिलता नहीं है।
तुम्हारा प्यार अब मिलता नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
मुॅंह अपना इतना खोलिये
मुॅंह अपना इतना खोलिये
Paras Nath Jha
यह  सिक्वेल बनाने का ,
यह सिक्वेल बनाने का ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
घर की रानी
घर की रानी
Kanchan Khanna
"मुकाबिल"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरा गुरूर है पिता
मेरा गुरूर है पिता
VINOD CHAUHAN
अरबपतियों की सूची बेलगाम
अरबपतियों की सूची बेलगाम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मां मेरे सिर पर झीना सा दुपट्टा दे दो ,
मां मेरे सिर पर झीना सा दुपट्टा दे दो ,
Manju sagar
हम बच्चों की आई होली
हम बच्चों की आई होली
लक्ष्मी सिंह
अपने
अपने
Shyam Sundar Subramanian
समल चित् -समान है/प्रीतिरूपी मालिकी/ हिंद प्रीति-गान बन
समल चित् -समान है/प्रीतिरूपी मालिकी/ हिंद प्रीति-गान बन
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
कैसे हो हम शामिल, तुम्हारी महफ़िल में
कैसे हो हम शामिल, तुम्हारी महफ़िल में
gurudeenverma198
कसरत करते जाओ
कसरत करते जाओ
Harish Chandra Pande
बृद्ध  हुआ मन आज अभी, पर यौवन का मधुमास न भूला।
बृद्ध हुआ मन आज अभी, पर यौवन का मधुमास न भूला।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
Swami Ganganiya
ना प्रेम मिल सका ना दोस्ती मुकम्मल हुई...
ना प्रेम मिल सका ना दोस्ती मुकम्मल हुई...
Keshav kishor Kumar
पल्लवित प्रेम
पल्लवित प्रेम
Er.Navaneet R Shandily
धिक्कार
धिक्कार
Shekhar Chandra Mitra
मूल्यों में आ रही गिरावट समाधान क्या है ?
मूल्यों में आ रही गिरावट समाधान क्या है ?
Dr fauzia Naseem shad
विश्रान्ति.
विश्रान्ति.
Heera S
नर नारायण
नर नारायण
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
मज़हब नहीं सिखता बैर
मज़हब नहीं सिखता बैर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#दोहा
#दोहा
*प्रणय प्रभात*
-जीना यूं
-जीना यूं
Seema gupta,Alwar
Loading...