लक्ष्मी सिंह Tag: कविता 196 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid लक्ष्मी सिंह 22 Jan 2017 · 1 min read बेटी को जन्मदिन की बधाई युग -युग जीये मेरी लाड़ली कदम चूमे तेरी हर कामयाबी ????????? ये चेहरा हर -पल मुस्कुराती रहे ओठों पर हँसी खिलखिलाती रहे ????????? ये शुभ घड़ी बार-बार आती रहे जमाने... Hindi · कविता · बेटी/बेटियां 18 16 60k Share लक्ष्मी सिंह 21 Jan 2017 · 2 min read मैं बेटी हूँ ???? मैं बेटी हूँ..... मैं गुड़िया मिट्टी की हूँ। खामोश सदा मैं रहती हूँ। मैं बेटी हूँ..... मैं धरती माँ की बेटी हूँ। निःश्वास साँस मैं ढोती हूँ। मैं बेटी... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 · बेटी/बेटियां 5 1 26k Share लक्ष्मी सिंह 10 Feb 2017 · 1 min read मेरी बेटियाँ ???? जिस में महके प्यार की कलियाँ ऐसी है मेरी बेटियाँ। ? जिस में बहे सद्भावना की नदियाँ ऐसी है मेरी बेटियाँ ? घर-आँगन में भर दे खुशियाँ ऐसी है... Hindi · कविता · बेटी/बेटियां 1 1 15k Share लक्ष्मी सिंह 22 Jan 2017 · 1 min read बेटी की चिट्ठी ???? एक बिटिया लिखने बैठी चिट्ठी, याद आई घर-आँगन की मिट्टी। माँ की ममता,स्नेहिल-सी गोदी, पापा की प्यार से भरी थपकी। दादा – दादी की थी लाड़ली, भाई-बहन की प्यार... Hindi · कविता · गीत · बेटी/बेटियां 2 13k Share लक्ष्मी सिंह 17 Mar 2017 · 1 min read मैं नारी, सर्वशक्तिशाली हूँ। ???? मैं नारी, सर्वशक्तिशाली हूँ। मैं आदि शक्ति, सृष्टि को रचने वाली हूँ। मैं वेद की ऋचाएँ, गीता की अमृत वाणी हूँ। मैं भागीरथी की गंगा, शंकर की जटा में... Hindi · कविता · नारी शक्ति 1 1 13k Share लक्ष्मी सिंह 3 Feb 2017 · 1 min read ऐ!मेरी बेटी ?????? ऐ मेरी बेटी! मैं दुनिया से लड़ कर, तुम्हें इस दुनिया में लाई हूँ । मैं माँ! हूँ, माँ! नहीं कोई कसाई हूँ । ?????? मेरी बेटी नहीं, मेरा... Hindi · कविता · बेटी/बेटियां 2 1 12k Share लक्ष्मी सिंह 14 Feb 2017 · 2 min read ये कैसी देश की झाँकी है ये कैसी देश की झाँकी है, बदलाव अभी भी बाकी है । कुछ करके दिखलाना है, सम्पूर्ण आजादी लाना है । पथभ्रष्ट हो गए हैं नेता, जो देश को लूट... Hindi · कविता 2 2 12k Share लक्ष्मी सिंह 23 Jan 2017 · 1 min read मेरी बेटी है, मेरा वारिस। ?????? क्यों? वारिस वारिस करते हो, बेटा ही क्यों वारिस है? मैंने बेटी को जन्म दिया, क्या मेरा घर लावारिस है? क्यों? सोच है ऐसी दुनिया की, निरवंश मेरा क्यों... Hindi · कविता · बेटी/बेटियां 4 3 12k Share लक्ष्मी सिंह 12 Aug 2017 · 1 min read साड़ी ??????? पांच-छह मीटर का लम्बा वस्त्र है साड़ी, जिसे दिल से पहनाती हर भारतीय नारी। साड़ी तो एक भव्य परिधान है ऐसा, जो किसी भी महिला पर बेहद फबता। किसी... Hindi · कविता 1 1 4k Share लक्ष्मी सिंह 20 Jul 2017 · 1 min read बुढ़ापे में प्यार ???? कौन कहता है कि बुढ़ापा में प्यार नहीं होता है । सच तो ये है कि किसी को ऐतबार नहीं होता है। बुढ़ापे का प्यार बड़ा ही खतरनाक होता... Hindi · कविता 2 2 4k Share लक्ष्मी सिंह 18 Jul 2017 · 2 min read मैं और मेरी परछाई ???? मैं कमरे में बैठी कर रही थी अकेलेपन से लड़ाई। सोच रही थी क्या यही है इस जीवन की सच्चाई। सब छोड़ जाते हैं सिर्फ़ साथ रह जाती है... Hindi · कविता 2 3k Share लक्ष्मी सिंह 25 Mar 2017 · 1 min read ढोंगी पाखंडी ?????? धर्म और संन्यास की आड़ में, साधु का छिपा आसली चेहरा। ये अपराधी, आत्मघाती, दुराचारी कुकर्म करे चौकानेवाला। ये निठल्ले नशे में गोते लगाता। ढोंगी पाखंडियों की अलग होती... Hindi · कविता 1 2k Share लक्ष्मी सिंह 1 Sep 2017 · 1 min read बाल अधिकार ???ललित छंद??? हम छोटे-छोटे बच्चे हैं, दे दो अधिकार सही। हमेशा बड़ों की मनमानी, हमको स्वीकार नहीं। खेलें - कूदे धूम मचाये, हम बच्चों का नारा। खुलकर बचपन को जीने... Hindi · कविता · बचपन · बाल कविता 2 1 2k Share लक्ष्मी सिंह 22 Jan 2017 · 2 min read मेरी बेटी मेरी सहेली मेरे हर सुख दुःख की हमजोली है, —मेरी बेटी मेरी सबसे अच्छी सहेली है, —मेरी बेटी अपनी मीठी बातों से बहलाती है, —मेरी बेटी मेरे उदास चेहरे पर खुशी लाती... Hindi · कविता · बेटी/बेटियां 1 1k Share लक्ष्मी सिंह 20 Dec 2020 · 1 min read कोरोना विधा -मुक्तक एवं दोहा सर पर चढ़ कर नाच रहा है, चीन का जादू-टोना। पूरे जग में फैल रहा है,शुरू है रोना ढोना। कुछ सावधानियां अपनाना, धैर्य से नाता रखना-... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 45 74 1k Share लक्ष्मी सिंह 8 Mar 2017 · 1 min read नारी शक्ति ????? श्रेष्ठतम संस्कारों से परिष्कृत है नारी। सतत् जाग्रत और सहज समर्पित है नारी। ? जीवन-शक्ति की संरचना करने वाली है नारी। आदिरूपा,आदिशक्ति,महामाया,काली है नारी। ? विश्व ब्रह्मांड में जीवन... Hindi · कविता · नारी शक्ति 1k Share लक्ष्मी सिंह 9 Jul 2017 · 1 min read रोटी, कपड़ा और मकान ???? आम आदमी के तीन अरमान मिले रोटी, कपड़ा और मकान। जग में तीनों चीजें बड़ी महान, जिनकी उंगली पर नाचे इन्सान। भूख गरीबी से होकर परेशान, देखो फाँसी पर... Hindi · कविता 1k Share लक्ष्मी सिंह 15 Feb 2017 · 1 min read सूर्य की पूजा है...... छठ पूजा। ???? सूर्य की पूजा है .....छठ पूजा, यह आस्था विश्वास का है नाम दूजा। यह है प्रकृति की पूजा, नदी ,चन्द्रमा,और सूर्य की पूजा। यह है स्वच्छता का महान उत्सव,... Hindi · कविता 1k Share लक्ष्मी सिंह 26 Apr 2017 · 1 min read न्याय की देवी ???? बाँधआँखों पर काली पट्टी अंधी बनी न्याय की देवी। न्याय तराजू हाथ की मुट्ठी, सबूत तौलती सच्ची-झूठी। एक हाथ तलवार दोधारी, फिर भी बेबस बनी बेचारी। संविधान की ओट... Hindi · कविता 1k Share लक्ष्मी सिंह 11 Aug 2017 · 1 min read सास बिना ससुराल ना होता ???? सास बिना ससुराल ना होता, सुना बंगला खंडहर सा होता। सास से समाज मे है मर्यादा, ये तो घूँघट है बहु के सर का। जो बहु की हर एक... Hindi · कविता 1k Share लक्ष्मी सिंह 15 Jul 2017 · 1 min read भक्ति रस ???? भक्ति रस से भरे हृदय में सदा ईश्वर रहें समाई। है कल्याण उसी का जिसने ये ज्योति जलाई। भक्ति रस से निकले वाणी कर्णप्रिय सुखदाई। भक्ति रस का प्याला... Hindi · कविता 3 1 1k Share लक्ष्मी सिंह 3 May 2017 · 1 min read सरहद के वीर शहीदों को मेरा शत-शत नमन ?????? सरहद के वीर शहीदों को,मेरा शत-शत नमन। खुद को मिटाकर जो,कर गये सुरक्षित वतन। ? खबरदार ऐ सरहद पार,कश्मीर है हमारा चमन। ललकार हमें मत ऐ कायर,अब नहीं होता... Hindi · कविता 918 Share लक्ष्मी सिंह 22 Jan 2017 · 1 min read मेरी बेटी ????? प्यार की अनोखी ? मूरत हो तुम, जिन्दगी की एक ? जरूरत हो तुम , मेरी आत्मा, ? मेरी जान हो तुम, मेरी मान और ? अभिमान हो तुम,... Hindi · कविता · बेटी/बेटियां 2 929 Share लक्ष्मी सिंह 20 Mar 2017 · 1 min read बाल कविता —टेडी बेयर बाल कविता—टेडी बेयर ??????? टेडी बेयर, टेडी बेयर, लगता हमको प्यारा। नर्म मुलायम,कोमल -कोमल, मोहक रूप तुम्हारा। ?? मम्मी-पापा ऑफिस जाते, घर में तुम ही रहते। एक अकेलेपन का साथी,... Hindi · कविता · बाल कविता 3 1k Share लक्ष्मी सिंह 27 Mar 2017 · 1 min read माँ मुझे भी दुनिया में लाना ????? ओ माँ! प्यारी माँ! मुझे भी दुनिया में लाना। वो छुअन,वो स्पर्श का अहसास मुझे भी कराना। ? ओ माँ! मुझे भी देना, अपनी ममता का साया। माँ तेरी... Hindi · कविता · बेटी/बेटियां · माँ 2 1 951 Share लक्ष्मी सिंह 15 Feb 2017 · 1 min read धनतेरस पर दिला दे पिया सोने का हार.. ???? धनतेरस पर दिला दे पिया सोने का हार। जिसमें जड़ा हो हीरा कुंदन हजार। मैं तेरी लक्ष्मी तू है मेरा कुबेर। मुझ पर चढा दे सब अपना धन का... Hindi · कविता · प्रेम 904 Share लक्ष्मी सिंह 18 Feb 2017 · 1 min read हर बच्चा कलाकार होता है। ???? हर बच्चा कलाकार होता है, मन कल्पना से भरा होता है। मन में विचारों का द्वन्द होता है, तब कोई नया सृजन होता है हर बच्चा कलाकार होता है।... Hindi · कविता · बाल कविता 880 Share लक्ष्मी सिंह 6 Jul 2017 · 1 min read बचपन और बारिश ???? आज सुबह से ही मौसम बड़ा है अच्छा, ढ़ूढ़े मेरा मन बावरा वो छोटा-सा बच्चा। वहीं सुहाने दिन, वो बचपन, वो बारिश, जवाँ हो रही थी हर तमन्ना हर... Hindi · कविता · बचपन · बरसात 1 1 861 Share लक्ष्मी सिंह 10 May 2017 · 1 min read महात्मा बुद्ध ????? बुद्ध ने सब दाव पर लगा दिये, कठोर तपस्या पूर्ण जीवन जीये। जिस दिन देखें कि मृत्यु है, जिस दिन देखें कि बुढापा है, जब देखें कि जीवन में... Hindi · कविता 804 Share लक्ष्मी सिंह 23 May 2017 · 1 min read प्रातःकाल ???? प्रातःकालीन प्रथम सूर्य किरण, मंत्र मुग्ध बंधा मन का हिरण। अचेत सृष्टि थी गहनता के कारण, फैला प्रकाशपूँज किया तम हरण। रूप,रस,गंध व नवीनता का वरण, ईश्वरीय कलाकृति आलौकिक... Hindi · कविता 812 Share लक्ष्मी सिंह 19 Apr 2017 · 1 min read कभी सावन कभी वसंत दोस्ती ????? कभी सावन,कभी वसंत दोस्ती। पतझड़ में भी रहे संग दोस्ती। सागर के संग तरंग दोस्ती। जीवन में भर दे उमंग दोस्ती। इन्द्रधनुष के सातों रंग दोस्ती। मन को महका... Hindi · कविता 756 Share लक्ष्मी सिंह 14 May 2017 · 2 min read माँ (मदर्स डे पर) ???? आम आदमी या ईश्वर अवतार, माँ के दूध का सब कर्जदार। माँ के छाती से निकला दूध, जीवनदायिनी अमृत की बूँद। ? माँ जीवन की शुरुआत पहली, माँ ही... Hindi · कविता · माँ 831 Share लक्ष्मी सिंह 11 Mar 2017 · 1 min read शिव शंकर जी खेले होली ????? शिव शंकर जी खेले होली मैया पार्वती जी के संग। ? तीन नयन मस्तक पर चमक रहें हैं अर्ध चंद्र। लट बिखरी खुली जटा सिर से छलक रहें गंग।... Hindi · कविता · भजन · होली 842 Share लक्ष्मी सिंह 14 Feb 2017 · 2 min read दोस्ती ? Happy friendship day to all my friends.? ??? ??????????? नशीब वालों को नशीब होती है —दोस्ती दिल के बहुत करीब होती है —दोस्ती ? खरीदने से नहीं मिलती है... Hindi · कविता 1 732 Share लक्ष्मी सिंह 14 Feb 2017 · 2 min read कुछ बच्चों के बचपन कहाँ होते हैं। ??????? कुछ बच्चों के बचपन कहाँ होते हैं। इनका बचपन तो दुर्भाग्य के आगे घुटने टेके होते हैं। जिम्मेदारी की बोझ से दबे होते हैं। ये समय से पहले ही... Hindi · कविता · बचपन 705 Share लक्ष्मी सिंह 16 Aug 2017 · 1 min read कृष्ण मुरारी ????? पाँव पायलिया अधर मुरलिया, छम-छम नाच रहे कृष्ण मुरारी। चाँद से मुख पे बड़ी-बड़ी अंखियां, काले-काले लट लटके घुंघरारी। मोर मुकुट, पीताम्बर अति सोहे, कान कुण्डल की छबि न्यारी।... Hindi · कविता 2 1 802 Share लक्ष्मी सिंह 14 Dec 2019 · 1 min read वीर बालिका नन्हीं-मुन्हीं वीर बालिका, भय नाशक अरु देश सेविका । शीश उठाकर सीना ताने। ये दीवाने हैं मस्ताने। खाकी वर्दी टोपी डाले। कांधे पर बंदूक सँभाले। श्रम बिन्दु का लगा के... Hindi · कविता · गीत · चौपाई · बाल कविता · बेटी/बेटियां 1 837 Share लक्ष्मी सिंह 18 Aug 2017 · 1 min read दोहरी जिन्दगी ???? सच-झूठ का मुखौटा पहन खुद से अनजान। दोहरी जिन्दगी जीने लगा है आज का इन्सान।। युग नई, सोच नई,पुराने का हो रहा अवसान। अपनी ही बनाई जाल में खुद... Hindi · कविता 2 762 Share लक्ष्मी सिंह 14 Feb 2017 · 2 min read हे कृष्ण! फिर से धरा पर अवतार करो। Happy janmashtami ??????? हे! आनंद कंद, देवकी नंद, दुखियों का उद्धार करो । जग को बचाने, कष्ट मिटाने, हे कृष्ण! फिर से धरा पर अवतार करो। मानव ही नहीं प्रकृति... Hindi · कविता 1 697 Share लक्ष्मी सिंह 11 May 2017 · 1 min read कुत्ते और बंदर की दोस्ती ???? अनोखी चीजें सदा ही चौकाती, कुछ चीजें तो अद्भुत हो जाती। देखो कुत्ते और बंदर की दोस्ती, है बड़ा अजूबा बड़ी अनोखी। कभी बंदर कुत्ते को चिढ़ाता, कभी प्यार... Hindi · कविता 703 Share लक्ष्मी सिंह 13 May 2017 · 1 min read माँ मेरी माँ ???? माँ मेरी माँ, मुझे छोड़ के मत जाओ कुछ दिन तो मेरे साथ बिताओ। माँ मैं तुम बिन अकेली हो जाती हूँ, जब तुम साथ होती है तो ,... Hindi · कविता · माँ 2 736 Share लक्ष्मी सिंह 27 Feb 2022 · 1 min read मेरी प्यारी बूढ़ी नानी । मेरी प्यारी बूढ़ी नानी । नित्य सुनाती हमें कहानी।। बात बताती नई पुरानी। सुन होती सबको हैरानी।। चोर सिपाही राजा रानी। वीरों की गाथा बलिदानी।। रामायण गीता की वाणी। याद... Hindi · कविता · बाल कविता 1 1 860 Share लक्ष्मी सिंह 29 May 2017 · 1 min read माता-पिता ईश्वर के समान ???? वृद्धाआश्रम में छोड़ गया, ये कैसा संतान। माता-पिता की फिर भी, बसती है इन्हीं में जान। ? माता-पिता तो रूप हैं ईश्वर के समान। फिर भी मंदिर में ढूंढतें,... Hindi · कविता 662 Share लक्ष्मी सिंह 22 Jan 2017 · 1 min read मेरी बेटियाँ मेरे अन्तर मन से निकली, है मेरी पहचान बेटियाँ । जिस दिन मेरी गोद में आई, जीवन बना महान बेटियाँ । तेरी नन्ही - सी कदमो से, घर आँगन मुस्कान... Hindi · कविता · बेटी/बेटियां 1 1 677 Share लक्ष्मी सिंह 25 Feb 2017 · 1 min read हरितालिका तीज सभी दोस्तों को हरितालिका तीज की हार्दिक शुभकामनाएं happy haritalikateej ??????? सावन विगत आयो माह भादो पावन हरितालिका तीज है लायो भाद्रपद की हस्त नक्षत्र तृतीया होता है शुभ व्रत... Hindi · कविता 1 714 Share लक्ष्मी सिंह 4 Aug 2017 · 1 min read क्यों परदेशी होती है बिटिया ???? बाबुल के आँगन की चिड़िया, क्यों परदेशी होती है बिटिया। बाबुल आँगन फूल सी खिलती, महकाती फिर दूसरी बगिया। बाबुल आँगना से कोसों दूर, बसती उसकी असली दुनिया। बाबुल... Hindi · कविता · बेटी/बेटियां 724 Share लक्ष्मी सिंह 24 Jul 2017 · 1 min read भोला भंडारी ???? वो भोला पी हाला मतवाला डमरू वाला हृदय विशाला जग का रखवाला पहने सर्प का माला तन बाधम्बर छाला पीये भंग का प्याला गल मुण्ड माला दीन दयाला तीखाभाला... Hindi · कविता · वंदना 1 2 753 Share लक्ष्मी सिंह 24 Aug 2017 · 1 min read मेरी गुड़िया ????? आफत की पुड़िया, है मेरी गुड़िया, हरदम करती है शैतानी। बात किसी की कभी न सुनती, करती वही जो मन में ठानी। ????? भोली-भाली नादां है ये दुनिया से... Hindi · कविता · बाल कविता 2 2 799 Share लक्ष्मी सिंह 14 Feb 2017 · 1 min read मोहब्बत कैसे की जाती है.... ????? मोहब्बत कैसे की जाती है, कोई बता दे मुझको । मैं उड़ता परिन्दा हूँ, कोई कैदी बना दे मुझको । इश्क क्या चीज है, ये आकर, कोई समझा दे... Hindi · कविता · प्रेम 1 664 Share लक्ष्मी सिंह 3 Sep 2017 · 1 min read आखिर तुम कब आओगे ????? मेरे नयन के चांद सितारे , इस घर-आँगन के उजियारे। बुढापे के एक मात्र सहारे , घर लौट के आजा, ओ मेरे प्यारे। कितने ही वर्ष बीत गये हैं,... Hindi · कविता 667 Share Page 1 Next