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11 Aug 2017 · 1 min read

सास बिना ससुराल ना होता

????
सास बिना ससुराल ना होता,
सुना बंगला खंडहर सा होता।
सास से समाज मे है मर्यादा,
ये तो घूँघट है बहु के सर का।
जो बहु की हर एक गलती ,
दुनिया के सामने सदा ही ढकती।
ये रिस्ता कुछ नोकझोक का,
है दुनिया में बड़ा अनोखा।
जो बतलाती घर का रीति-रिवाज,
सास से ही सजती है तीज-त्योहार।
सास-ससुर के अाशीर्वाद से ही,
पुत्र-बहु का जीवन फलता-फूलता।
????—लक्ष्मी सिंह?☺

Language: Hindi
1264 Views
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