DR.MDHU TRIVEDI Language: Hindi 796 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DR.MDHU TRIVEDI 23 Sep 2022 · 1 min read पितर आए हो जैसे इस वर्ष पितरों आने वाले वर्ष भी आ जाना बाल गोपाल बसते धरा पर इन पर आशीष बरसा जाना दिन सोलह साथ रहे हमारे हर कारज सिद्ध... Hindi 2 174 Share DR.MDHU TRIVEDI 22 Aug 2022 · 1 min read सुख - दुख सुख के बाद दुख आता , दुख के बाद सुख । यही जीवन का है सत्य , होती न कभी ऊब ।। दिन - रात कटे है कैसे , पता... Hindi 2 336 Share DR.MDHU TRIVEDI 23 Jun 2022 · 1 min read बहुत दिन हो गये बहुत दिन हो गए , तुम पर कुछ न लिखा हालात क्या रहे मेरे , तुमसे है रहा न छिपा अब लिखूँगी लिख पढ़ूगी कुछ प्रेम इबारतें आज तलक प्यार... Hindi · कविता 2 385 Share DR.MDHU TRIVEDI 23 May 2022 · 1 min read मनुहार जीवन नीरस लगता है मन को कुछ खलता है मनुहार न हो अपनों से जीवन नीरस दिखता है । प्रेम निवेदन की चाह में दिल की गहन थाह में न... Hindi · कविता 1 1 426 Share DR.MDHU TRIVEDI 4 May 2022 · 1 min read आशा निराशा के हिंडोले में आशा निराशा के हिंडोले में झूलता इन्सान हर प्रतिपल अपने को तौल चलता इन्सान आशा की ओर झुकता है उसका जब मन उला उला फिरा करता है तब उसका मन Hindi · कविता 417 Share DR.MDHU TRIVEDI 24 Apr 2022 · 1 min read पृथ्वी रत्नगर्भा है पृथ्वी , हमको पोषित करती है । अन्न जल दे, नित्य हमको रोपित करती है।। खेत खलिहानों में गेहूँ बालें जब इतराती है । पहन परिधान धानी प्रकृति... Hindi · कविता 1 684 Share DR.MDHU TRIVEDI 16 Apr 2022 · 1 min read पिता अभिव्यक्ति है पिता सृष्टि निर्माण की अभिव्यक्ति है । मेरा जीवन अवलम्बन मेरी शक्ति है ।। पिता मेरे सखा सहेली मेरे मित्र है । जो जीवन मेरा संभाले वो चित्र है ।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 9 8 498 Share DR.MDHU TRIVEDI 16 Apr 2022 · 1 min read पिता पिता से अस्तित्व हमारा जो हमको सलोना संसार देता है । कर पालन - पोषण हमारा हमको नूतन आकार भी देता है ।। जिम्मेदारियों के बोझ लदा पिता अपने परिवार... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 9 622 Share DR.MDHU TRIVEDI 16 Apr 2022 · 1 min read सन्ध्या घूँघट पट ढक आई सन्ध्या घूँघट पट ढक आई नभ में चाँदनी दिख आई तारकावलियाँ पंक्ति दिखी चँद्र वदन हुस्न लालिमा छाई हो रहा मिलन नभ में किसका संध्या चाँद या चाँदनी का किसकी... Hindi · कविता 1 510 Share DR.MDHU TRIVEDI 16 Apr 2022 · 1 min read पवन के झोंके ने पवन के झोंके ने विटप को हिला दिया आलिंगनबद्ध हो पात से मिलवा दिया गिरा भू पर , विटप को खिझला दिया चली समीर तो हमेशा को जुदा किया Hindi · कविता 1 437 Share DR.MDHU TRIVEDI 14 Apr 2022 · 1 min read बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विधिवेत्ता , अर्थशास्त्री दलित नेता थे संविधान समिति के नेतृत्वकर्ता भी थे दलित बौद्ध आन्दोलन के प्रणेता जो नेहरू केबिनेट के कानून न्याय मंत्री थे Hindi · कविता 396 Share DR.MDHU TRIVEDI 13 Apr 2022 · 1 min read ईर्ष्या ऐ ईर्ष्या ! क्या रंग दिखाए तूने अपने भी किये पराये तूने पर तू छायी रही मन मस्तिष्क में श्लाकों से बाँधना चाह पर तू निकल डटी सामने पराये सुख... Hindi · कविता 385 Share DR.MDHU TRIVEDI 13 Apr 2022 · 1 min read शिक्षक छात्र शिक्षक कारीगर है छात्र ढल जाने वाला शिक्षक नवयुग रचता छात्र संवारने वाला है । शिक्षक प्रथम पूजनीय छात्र नव सृजनशील दोनों का अटूट रिश्ता दोनों अमूल्य घटक है । Hindi · कविता 1 419 Share DR.MDHU TRIVEDI 10 Apr 2022 · 1 min read शवरी परम राम भक्त थी श्रमणा शवरी ही कहलाती श्रमणा कुलीन हृदया भक्त अनन्या ऋषि मुनियों की करती सुश्रुषा ऋषि मातंग आश्रम में आंतरिक भक्ति होती प्रकट प्रभु खाते शवरी बेर... Hindi · कविता 17 513 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Apr 2022 · 1 min read क्षण भंगुर ज्योतिपुंज से वातावरण शुद्ध करते अन्तस को अपने नित्य दिव्य करते मन का कलुष निकलता अंदर से अगम का प्रविष्ट आत्म समन्दर में देह नहीं है अजेय अमर सृष्टि में... Hindi · कविता 17 1 434 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Apr 2022 · 1 min read माँ गौरी से लगी लगन माँ गौरी से लगी लगन माँ की छांह रहूँ भवन माँ ही मुझे संवारेगी माँ ही राह दिखाएगी जब खोया अपने को माँ ने पाना है सिखाया भीड़ में भूली... Hindi · कविता 18 1 413 Share DR.MDHU TRIVEDI 7 Apr 2022 · 1 min read सृष्टि विकास देखिए सृष्टि विकास की ओर बढ़ता यह मन्द कदम कितनी जुर्रत जोखिम उठाने होते है नये आगाज को प्रेम पथ का पर्थिक भी सिर पकड़ बैठ जाता बरबस गड़गड़ाता विषमताओं... Hindi · कविता 25 424 Share DR.MDHU TRIVEDI 5 Apr 2022 · 1 min read कुष्मांडे माँ आदि शक्ति , आदिस्वरूपे माँ सृष्टि सृजन है प्रसाद तुम्हारा अष्ट भुजा धारिणी हो तुम माँ सिद्धि निधि की है दात्री माँ सूर्य कान्ति , सूर्य प्रभा तुम्हारी तेज को... Hindi · कविता 31 423 Share DR.MDHU TRIVEDI 4 Apr 2022 · 1 min read माता का चंद्रघंटा स्वरूप तीसरा स्वरूप माता का चन्द्रघंटा कहलाए आशिष माँ का जिनको मिले नैया पार लगाए सिंह सवार होकर माँ चली मर्दन करने को महिषासुर न जाने माँ आ रही गर्दन काटने... Hindi · कविता 37 437 Share DR.MDHU TRIVEDI 3 Apr 2022 · 1 min read ब्रह्मचारिणी माँ ज्योतिर्मय भव्य रूप तुम्हारा आचरण मय स्वरूप तुम्हारा भक्त सिद्धों को भावे रूप वैराग्य देती है तेरी उपासना चन्द्रमौलि को भाये अराधना पाकर पूरी हुई है कामना ऋषि वृन्द सराहे... Hindi · कविता 35 438 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Apr 2022 · 1 min read शैल पुत्री नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं नौ दुर्गे नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं त्वम वाहने नमस्तुभ्यं नमस्तुभ्यं पर्वत राज हिमालये नमस्तुभ्यं तस्य शैल पुत्री नमस्तुभ्यं सर्वभूतेषु व्याप्ते स्थिरता दो माँ दाँये हाथ त्रिशूल बाँये हाथ कमल सती स्वरूपा... Hindi · कविता 35 636 Share DR.MDHU TRIVEDI 1 Apr 2022 · 1 min read जगत कल्याणी , दुख हारिणि जगत कल्याणी , दुख हारिणि कष्ट विनाशिनी , शुभ दायिनी माँ घर मेरे पधारी है घट स्थापना करूँ , द्वार सजाऊँ माँ को लाल चूनरिया पहनाऊँ माँ कहलाती है बुद्धि... Hindi · कविता 41 671 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Mar 2022 · 1 min read भिखारी का स्टेटस एक दो रूपया नहीं लेता दस ही चाहिए उसको होता क्योंकि उसका स्टेटस है भीख मांगने में विश्वास रखता काम करना नहीं चाहता है क्योंकि उसका स्टेटस है सीख लिया... Hindi · कविता 44 463 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Mar 2022 · 1 min read नारी कोशिशें कभी भी शून्य न होती पंख काटने से हौसले ध्वस्त नहीं होते लाख कोशिशों से प्रतिज्ञा निर्बल न होती हिम्मत है जो आगे बढ़ी जा रही निरंतर नारी कोशिशें कभी भी शून्य न होती खूब... Hindi · कविता 45 400 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Mar 2022 · 1 min read ऊँबाऊ मौसम ऊँबाऊ मौसम है काया थकी थकी भूख भी कम है गर्मीं की पड़ी मार तापमान बढ़ रहा सबको झुलसा रहा स्वेद देह पर बहता वाकई है बुरा हाल सूर्य भी... Hindi · कविता 44 488 Share DR.MDHU TRIVEDI 30 Mar 2022 · 1 min read पाषाण हूँ सदन शोभा बढ़ाऊँ या राह में पड़ा रहूँ मैं पाषाण हूँ । किसी मोल न आंका जाऊँ मंदिर में रखा जाऊँ देवता मैं कहलाऊँ लोग मस्तक नवाए फूल मुझे चढाए... Hindi · कविता 44 424 Share DR.MDHU TRIVEDI 28 Mar 2022 · 1 min read महगांई कोई किसी की नहीं सुनता महगांई का चीर रोज बढ़ता माना कि फ्री राशन बटेगा केवल इससे काम नहीं चलता Hindi · कविता 45 463 Share DR.MDHU TRIVEDI 28 Mar 2022 · 1 min read प्रेम की परिधि में बाँध लूँ तुमको प्रेम की परिधि में न कोई सीमा हो न कोई हो अन्त मेघ ज्यों समाए हो आ बारिधि में सिमट कर खोए रहे हम अनन्त Hindi · कविता 44 411 Share DR.MDHU TRIVEDI 27 Mar 2022 · 1 min read अखण्ड भारत अखण्ड भारत का स्वप्न एक हिन्दू राष्टृ का स्वप्न होगा पूरा कैसे मानूँ मैं कौन करे पूरा कैसे जानूँ Hindi · कविता 44 523 Share DR.MDHU TRIVEDI 26 Mar 2022 · 1 min read फिर जयकार हुई है फिर विजय पताका फहरी है फिर उनकी जयकार हो रही है जो करता है वो दिखाई देता है फिर क्यों न हम जयकार करे । Hindi · कविता 44 422 Share DR.MDHU TRIVEDI 21 Mar 2022 · 1 min read ताकत माना कि तू ताकतवर है पर इतना क्यू इतराता है महाविनाश का खेल खेलता लोगों की आह बटोरता है दंभ है अपनी ताकत का पर अबोधों को मारता है कसूर... Hindi · कविता 48 522 Share DR.MDHU TRIVEDI 21 Mar 2022 · 1 min read होड़ हथियारों की होड़ लगी है युद्ध की आशंका पली है युद्ध उपजते है मस्तिष्क में मानसिक पीड़ा है शरीर में मिटाने देने की संस्कृति नहीं हमारी यह संस्कृति जीओ और... Hindi · कविता 47 452 Share DR.MDHU TRIVEDI 20 Mar 2022 · 1 min read बुराई को जला आए होली में हम बुराई को जला आए सद् आचार के संस्कार सिखा आए हिरण्यकश्यप होलिका जैसे बहुत इन बुराइयों को हम दफना आए प्रहलाद सत्य , भक्ति का है प्रतीक... Hindi · कविता 51 612 Share DR.MDHU TRIVEDI 17 Mar 2022 · 1 min read खेलो होली भाई -चारे के रंग से खेलो होली और नफरत की जलाओ होली रग लो मन को प्रेम के रंगो से दूर रखो सम्प्रदायों को दंगों से लाल पीले नीले लगते... Hindi · कविता 50 495 Share DR.MDHU TRIVEDI 8 Mar 2022 · 1 min read महिला दिवस कितने महिला दिवस मनाओ अन्तर्राष्ट्रीयता की ओर बढ़ाओ बेटी पढाओ , सम्मान दिलाओ पर तू नारी है बेचारगी ही रहेगी युगों से यहीं कहानी गढ़ती रही कारण है दिमाग में... Hindi · कविता 61 1 504 Share DR.MDHU TRIVEDI 8 Mar 2022 · 1 min read नारी सृष्टि का का सोपान है यही नारी प्रकृति का विधान है यही नारी माँ के स्वर से झंकृत है विश्व नर की पहचान है यही नारी सफलता के शिखर चूमे... Hindi · कविता 58 1 522 Share DR.MDHU TRIVEDI 3 Mar 2022 · 1 min read विश्व युद्ध दो के बाद तीसरा विश्व युद्ध अगर नहीं टाला गया तो चौथा ककंड़ों पत्थरों के बीच कोई न बचे देखने को युद्ध मानव की मानव से दुश्मनी हथियारों से बढ़ती... Hindi · कविता 59 1 512 Share DR.MDHU TRIVEDI 3 Mar 2022 · 1 min read युद्ध युद्ध की बात न कर शांति की राह पर बढ़ गर हुआ युद्ध हुआ तो मानवता शेष न रहेगी Hindi · कविता 57 482 Share DR.MDHU TRIVEDI 3 Mar 2022 · 1 min read जिजीविषा क्या जिजीविषा नहीं पैदा होगीं जीने की जब मरा होगा खाकर वह गोली सीने की क्या हालत हुई होगी उस पुत्र के पिता की जिसकी चाह रही थी कुछ कर... Hindi · कविता 59 696 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Mar 2022 · 1 min read रही धूँ - धूँ होड़ हथियारों की लगी है सरजमी किसी की जली है चारों तरफ हो रही धूँ - धूँ आँख जरा भीनहीं लगी है Hindi · कविता 59 562 Share DR.MDHU TRIVEDI 2 Mar 2022 · 1 min read जंग ए तलवार जंग ए तलवार न उठाईए मानवता का धर्म निभाईए युद्ध पलता है मस्तिष्क में धौंस न्यूक्लियर न जमाईए Hindi · कविता 58 523 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Feb 2022 · 1 min read टूटना अप्रत्याशित संभावनाओं से भर जाता है मन मुकुर पर अमिट रेख खींच जाता है जब कोई शीशा टूटे टूटना कैसा भी हो दुखी करता है चाहे वो प्रेम में दिल... Hindi · कविता 65 552 Share DR.MDHU TRIVEDI 13 Feb 2022 · 1 min read किस डे किस डे है आज प्रिये प्रेम पीगे बढाओ प्रिये नव अध्याय लिखे हम कुछ तो सुनाओ प्रिये Hindi · कविता 66 471 Share DR.MDHU TRIVEDI 13 Feb 2022 · 1 min read हग डे लगाओ गले प्यार जताओ चाहते हो कितना बतलाओ वैलैन्टाइन बीक चल रहा कहाँ चले हम यह बताओ Hindi · कविता 66 463 Share DR.MDHU TRIVEDI 12 Feb 2022 · 1 min read अपराजिता वंश आगे बढ़ाएगी , पढ़ी लिखी होगी नौकरी करेगी , खर्चों में हाथ बटाएगी परिवार का ध्यान रखेगी , नाते रिश्तेदारी को निभाएगी सब कुछ करने के बावजूद न पूरा... Hindi · कविता 65 759 Share DR.MDHU TRIVEDI 11 Feb 2022 · 1 min read प्रोमिस डे करो प्रोमिस कि साथ मेरा निभाओगें करो प्रोमिस प्रीत सागर बहाओगे हो जाऊँ गर दूर तुमसे कभी मैं तो मना कर पास अपने तचम ले आओगे Hindi · कविता 65 483 Share DR.MDHU TRIVEDI 11 Feb 2022 · 1 min read टेडी बिअर डे टेडी बिअर खेलेंगे , टेडी बिअर देंगे खेल खिलोने के साथ हम खेलेंगे तुम हो मेरे साथ मैं हूँ तुम्हारे साथ गुड्डे और गुड़ियों जैसा है अपना साथ Hindi · कविता 65 429 Share DR.MDHU TRIVEDI 9 Feb 2022 · 1 min read चाकलेट डे चाकलेट डे आज मनाओ प्रिये प्रेम की मिठास घोलो प्रिये मैं तुमको तुम मुझे खिलाओ जीवन की राह सुगम बनाओ आता है बरस में यह एक बार इजहार प्यार का... Hindi · कविता 65 443 Share DR.MDHU TRIVEDI 8 Feb 2022 · 1 min read प्रपोज डे सूनो मीत , आज है डे प्रपोज एक दूजे को करे हम प्रपोज जीवन में संचरित हो आह्लाद प्रेम की बगिया हो जाए आबाद करूँ बेइन्तहां मोहब्बत तुमको इसलिए कर... Hindi · कविता 65 430 Share DR.MDHU TRIVEDI 7 Feb 2022 · 1 min read रोज़ डे आया फरवरी का मास प्रेमी युगल लगाए आस वैलेंटाइन वीक चल रहा युगल मन मचल रहा प्रथम दिवस है डे रोज़ एक दूजे को दे रहे रोज़ कर रहे भावना... Hindi · कविता 63 460 Share Page 1 Next