डी. के. निवातिया 406 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डी. के. निवातिया 15 May 2024 · 1 min read मुहब्बत भी करके मिला क्या दिन-दिनांक : बुधवार, १५ मई, २०२४ विद्या : ग़ज़ल विषय : इश्क/प्यार/मुहब्बत शीर्षक : मुहब्बत भी करके मिला क्या बह्र: बहरे मुतकारिब मुसद्दस सालिम अरकान : फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन मात्रा... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 22 Share डी. के. निवातिया 13 May 2024 · 2 min read माँ आज भी मुझे बाबू कहके बुलाती है दिन दिनांक - रविवार, १२ मई, २०२४ विषय : मातृ दिवस विशेषांक विद्या : कविता शीर्षक : "माँ" आज भी मुझे बाबू कहके बुलाती है *** यशोदा-कौशल्या से ज़्यादा लाड... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · गीतिका 21 Share डी. के. निवातिया 13 May 2024 · 1 min read वोट करो भई वोट करो दिन दिनांक : सोमवार, १३ मई २०२४ विद्या : कविता विषय : मतदान शीर्षक: वोट करो भई वोट करो, *** वोट करो भई वोट करो, तारीख अपनी नोट करो, लोकतंत्र... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · गीतिका 24 Share डी. के. निवातिया 30 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल - वो पल्लू गिराकर चले थे कभी, दिन दिनांक : मंगलवार ३० अप्रैल २०२४ विधा : ग़ज़ल बह्र: बहरे मुतक़ारिब मुसम्मन सालिम मक़्सूर अरकान : फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़ऊलुन फ़अल मात्रा भार : १२२ / १२२ / १२२... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 29 Share डी. के. निवातिया 13 Apr 2024 · 1 min read लिखावट - डी के निवातिया १ २ २ / १ २ २ / १ २ २ / १ २ २ पढ़ा जो उसे तो ये जाना कसम से, लिखावट में दम है खुदा के करम... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक 57 Share डी. के. निवातिया 3 Apr 2024 · 1 min read मचलते है जब दिल फ़िज़ा भी रंगीन लगती है, मचलते है जब दिल फ़िज़ा भी रंगीन लगती है, मुहब्बत के आलम में बरसात भी हसीन लगती है ! *** डी के निवातिया Quote Writer 51 Share डी. के. निवातिया 2 Apr 2024 · 1 min read मुझे भी लगा था कभी, मर्ज ऐ इश्क़, मुझे भी लगा था कभी, मर्ज ऐ इश्क़, फ़रमाया मैंने भी, उसे अर्ज-ऐ-इश्क़, छुड़ाकर चला वो गया हाथ मुझ से, निभा न सका, बेवफ़ा फ़र्ज ऐ इश्क़!! ! डी के... Quote Writer 77 Share डी. के. निवातिया 23 Mar 2024 · 1 min read खेलो रे होली, साथी खेलो रे - डी के निवातिया होली गीत *********** खेलो खेलो रे, खेलो खेलो रे, खेलो रे होली, साथी खेलो रे !! रंग लगाओ, सबको गले लगाओ, मौज मनाओ भाई गुंजिया खाओ, रंगो में रंगो के,... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · होली गीत 54 Share डी. के. निवातिया 13 Mar 2024 · 1 min read खुद ही परेशान हूँ मैं, अपने हाल-ऐ-मज़बूरी से खुद ही परेशान हूँ मैं, अपने हाल-ऐ-मज़बूरी से और दर्द न दे मुहब्ब्त की खुशबू-ऐ-कस्तूरी से ! *** डी के निवातिया Quote Writer 49 Share डी. के. निवातिया 20 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया *** आया फाग महीना सुन ले रे साजन, मुश्किल तन्हा जीना !! १ !! आयो घूमत घूमत फागुन बासंती, तन-मन मोरा झूमत !! २ !! पतझड़ के मौसम में,... Hindi · कविता · गीत · माहिया 86 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read दोहे - डी के निवातिया दोहे **** सज धज के नारी खड़ी, होकर भाव विभोर ! सम्मोहन के दाँव से, खींच रही खुद ओर !! *** लब जब मुस्काने लगे, खिलने लगे कपोल ! संकेतक... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 2 87 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read दोहे - डी के निवातिया दोहे ***** सृष्टि ये तुमने रची, तुम जीवन आधार । कोटि कोटि तुम्हे नमन, हे जग पालनहार ।। *** देव-दैत्य सब करम फल, तन से सब इंसान । जनम भए... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 58 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read दोहे - डी के निवातिया दोहे ****** मोल तोलकर बोलिये, वचन के न हो पाँव ! कोइ कथन औषधि बने, कोइ दे घने घाव !! *** दोस्त ऐसा खोजिये, बुरे समय हो साथ ! सुख... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 88 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read दोहे - डी के निवातिया दोहे **** पत्नी पूजा कीजिये, इनसे घर की शान ! जिस पर कृपा ये करे, हो जाए धनवान !! पत्नी घर की स्वामिनी, रखे सबका ध्यान ! इनसे सुख समृद्धि... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 74 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read दोहे - डी के निवातिया दोहे **** सृष्टि ये तुमने रची, तुम जीवन आधार । कोटि कोटि तुम्हे नमन, हे जग पालनहार ।। देव-दैत्य सब करम फल, तन से सब इंसान । जनम भए सम... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 91 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 2 min read हाँ हम ऐसे ही बाल दिवस मनाते है - डी. के. निवातिया हाँ हम ऐसे ही बाल दिवस मनाते है !! ************** हर वर्ष मनाते है हम बाल दिवस हर वर्ष उनके नाम के झंडे सजाते है दे नहीं सकते हम आश्रय... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · बाल कविता 72 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 2 min read लाज बचा ले मेरे वीर - डी के निवातिया देश भक्ति गीत ************** क्यों वेदना शुन्य हुई, क्यों जड़ चेतन हुआ शरीर अस्तित्व से वंचित हुए है कहाँ खो गए हो शूरवीर नही सुनी क्या चीत्कार ,क्यों सोया है... Poetry Writing Challenge-2 · Deshbhakti Geet · कविता · गीत 43 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 2 min read मेरे भारत की नारी - डी. के निवतिया मेरे भारत की नारी **************** हे जग की सूत्रधार, मेरे भारत की नारी ये क्या दशा हुई आज तुम्हारी II मात्र तेरे आने की आहट से ही क्यों सहम जाती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 63 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 3 min read वीर गाथा - डी के निवातिया वीर गाथा _____________ बहुत सुनी होंगी कहानिया रांझा और हीर की आओ तुम्हे, आज सुनाये, गाथा एक वीर की मर मिटते है जो, मातृभूमि पर हॅसते - हँसते अँखियो में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 66 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 2 min read जिस दिन से बिटिया रानी - डी के निवातिया जिस दिन से बिटिया रानी, मेरे आँगन छोड़कर चली गयी, मिलन को तरस रहे है नैना, क्यों बाबुल की गली भूल गयी !! निर्झर बरसते है मेरे नैना, जैसे सागर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत · गीतिका 1 75 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया हाइकु *** ऊँघती धरा, भरे जो अंगड़ाई, क्रूर क्रंदन !! *** ओस की बूँद ललाट सजाकर, रिझाते पुष्प !! *** बसंत राग, गाता है जब फाग, झूमती धरा !! ***... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हाइकु 1 72 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया हाइकु – प्रकृति *** ठूंठ सा खड़ा, फिर से खिलने को, जिद पे अड़ा !! *** भू माँ से जुड़ा, मरुदेश में खड़ा, जर्जर वृक्ष !! *** अकेला खड़ा, प्रकृति... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हाइकु 1 78 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया हाइकु *** छू गई मन, फ़िज़ाओ में बिखरी तेरी खुशबू !! *** आँखों है दंग, पढ़ी मन की चिट्ठी प्रीत के संग !! *** नेह धूप से, हर लेता है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हाइकु 1 93 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया बसंत हाइकु *** कोयल गायें, सरसों लहलायें बसंत आये !! *** सरसों छाये, ओढ़े पीली चादर, खेत मुस्काये !! *** बागों में शोर लदने लगे जब, आमों पे बौर !!... Poetry Writing Challenge-2 1 86 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read हाइकु - डी के निवातिया हाइकु *** दरख़्त झुके, हिम अगवानी में, पवन रुके !! *** हिम चादर तानकर है लेटा, पार्क में बेंच !! *** सर्दी का भूत, हिम राहों पे घूमें, बनके दूत... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · हाइकु 1 54 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया ******* माहिया तू वादा कर मिलना जरूरी है, एक बार इरादा कर !! *** रुख कैसे मोड़ ले हम, उनकी बातो को, उन तक क्यूँ छोड़ दे हम !!... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 1 45 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया ******* सावन सूना जाए तेरे बिन साज़न बरखा मुझे ना भाये।। *** ये सावन के झूलें कहते है हर पल तुमको कैसे भूलें ।। *** पूछे मुझ से रातें,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 52 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया ****** जाती हो तो जाओ, बीती बाते तुम, यादो में ना आओ !! ! आओ ना मस्ती में, की खो ना जाऊं मैं दिल की बस्ती में !! !... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 1 56 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया *** ये दिल कुछ कहता है, इसकी भी सुन ले, तुझ में ही रहता है !! ! सुन इस फरियादी की ये क्यूँ करता है, बातें बरबादी की !!... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 40 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read माहिया - डी के निवातिया माहिया **** दिन आये फूलों के, मौसम डालने का, पेड़ो पर झूलों के !! *** कोयल का गान सुनो, क्या कहती है ये, रखकर तुम कान सुनो !! *** गाती... Poetry Writing Challenge-2 · कविता · गीत 34 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read तुमसे दूर रहकर जाना जुदाई क्या होती है ग़ज़ल ***** तुमसे दूर रहकर जाना जुदाई क्या होती है, तन्हा रहकर ये समझे तन्हाई क्या होती है ! यूँ तो बहुत सुना था जमाने के मुख से मगर, करके... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 56 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read बड़ी मिहनत लगाते है करीने से सजाने में, ग़ज़ल ****** बड़ी मिहनत लगाते है करीने से सजाने में, कई रातें गँवा देते गजल अच्छी बनाने में ! न जाने कौन सी जादू कलम इनके लगी हाथों, नहीं देरी... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 38 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read अगर कुछ हो गिला तब तो बताऊं मैं, ग़ज़ल ***** अगर कुछ हो गिला तब तो बताऊं मैं, मिरे दिल की भला क्यूँकर छुपाऊं मैं ! उसे तन-मन से माना है ख़ुदा अपना, क्यों सब कुछ न उस... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 37 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों, विधा: ग़ज़ल ********** मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों, टूटा जो फूल डाली से कभी खिलता नहीं यारों ! लगा चाहे ले जितना ज़ोर लेकिन सच... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 58 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read निगाहें मिलाकर चुराना नहीं है, ग़ज़ल ********* निगाहें मिलाकर चुराना नहीं है, मिला कर नजर अब हटाना नहीं है ! भले ही कहे जग मुहब्बत करो तो, सनम से हक़ीक़त छुपाना नहीं है ! जो... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 74 Share डी. के. निवातिया 10 Feb 2024 · 1 min read मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों - डी के निवातिया विधा: ग़ज़ल बह्र का नाम: बहरे हज़ज मुसम्मन सालिम अरकान: मुफाईलुन मुफाईलुन मुफाईलुन मुफाईलुन मात्राएँ: 1222 1222 1222 १२२२ ***** मिला जो इक दफा वो हर दफा मिलता नहीं यारों,... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका · शेर 96 Share डी. के. निवातिया 23 Jan 2024 · 1 min read हुआ जो मिलन, बाद मुद्दत्तों के, हम बिखर गए, हुआ जो मिलन, बाद मुद्दत्तों के, हम बिखर गए, मिले ऐसे एक दूजे से लिपटकर हम निखर गए !! ! डी के निवातिया Quote Writer 90 Share डी. के. निवातिया 18 Jan 2024 · 1 min read चाँद - डी के निवातिया ।। चाँद ।। चाँद को नजर लगाता चाँद, नूर को चमक दिखाता चाँद !! कैसे करूँ इस पर भरोसा मैं, झूठ को असल बताता चाँद !! मैं भी टुकड़ा हूँ... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 54 Share डी. के. निवातिया 16 Jan 2024 · 1 min read राम - दोहे - डी के निवातिया *राम दोहे* *** घट-घट में रावण बसे, करे राम का जाप ! द्वेष भाव मन से मिटा, राम मिलेंगे आप !! राम जगत के देव है, देते सबको नाम !... Hindi · कविता · दोहा 69 Share डी. के. निवातिया 8 Jan 2024 · 1 min read श्रेणी:हाइकु - डी के निवातिया श्रेणी:हाइकु *** छू गई मन, फ़िज़ाओ में बिखरी तेरी खुशबू !! आँखों है दंग, पढ़ी मन की चिट्ठी प्रीत के संग !! नेह धूप से, हर लेता है मीत, मन... Hindi · कविता · हाइकु 2 53 Share डी. के. निवातिया 4 Dec 2023 · 1 min read मेरा प्रेम पत्र मेरा प्रेम पत्र *********** दुनिया में सबसे अनूठा होगा, न फूल छुपे होंगे, न ख़ून से लिखा गया होगा, न इत्र में नहाया, न फूल पत्तियों से सजा होगा, न... Hindi · कविता 2 2 254 Share डी. के. निवातिया 30 Nov 2023 · 1 min read दुनिया में सब ही की तरह दुनिया में सब ही की तरह शिकायतों का भी अपना दायरा है, * जब उससे बाहर आती है अपनों की अजनबी बना देती है !! ---डी के निवातिया--- Quote Writer 159 Share डी. के. निवातिया 21 Nov 2023 · 1 min read बाल दिवस विशेष- बाल कविता - डी के निवातिया बाल दिवस विशेष- बाल कविता सबसे न्यारे, सबसे सच्चे, कितने प्यारे, होते बच्चे ! फूलों सी इनकी मुस्कान, इनके मन बसते भगवान ! कोमल होती इनकी वाणी, बातों के ये... Hindi · कविता · गीत · बाल कविता 290 Share डी. के. निवातिया 21 Nov 2023 · 1 min read आजकल भरी महफ़िल में सूना सूना लगता है, आजकल भरी महफ़िल में सूना सूना लगता है, वक्त भी जैसे हमसे आजकल रूठा लगता है ! नीरस लगती है ये फ़िज़ा ये बहारें गुलशन की, तुझ बिन भीगा सावन... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 183 Share डी. के. निवातिया 27 Oct 2023 · 1 min read दिल समझता नहीं दिल की बातें, - डी. के. निवातिया दिल समझता नहीं दिल की बातें, बड़ा नादाँ है चाहता है मुलाकते ! बैचैनी के आलम में जीता रहता है, काटे से कटती नहीं है अब रातें ! गुम रहता... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 113 Share डी. के. निवातिया 13 Oct 2023 · 1 min read बिखरे ख़्वाबों को समेटने का हुनर रखते है, बिखरे ख़्वाबों को समेटने का हुनर रखते है, आँधियो से लड़कर खिलने का हुनर रखते है, शाख से टूटकर ज़मीन पर गिरा नहीं करते, हम खुले आसमाँ में उड़ने का... Quote Writer 276 Share डी. के. निवातिया 7 Oct 2023 · 1 min read अंजाम-ऐ-मुहब्बत - डी के निवातिया पी लेंगे मिले जहर अगर तेरे हाथों से, टूटना भी मंजूर है मगर तेरे हाथों से ! ! अंजाम-ऐ-मुहब्बत है मंजूर ये भी हमे, खा लेंगे खंजर-ऐ-जिगर तेरे हाथों से... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 96 Share डी. के. निवातिया 4 Oct 2023 · 1 min read इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा, इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा, इस हँसीं ने बहुत ग़मों को सहारा दे रखा है ! ! डी के निवातिया Quote Writer 191 Share डी. के. निवातिया 28 Sep 2023 · 1 min read माना मैं उसके घर नहीं जाता, माना मैं उसके घर नहीं जाता, और वो मेरे घर पर नहीं आता, मगर इन दूरियों के चलते हुए, दरमियाँ रिश्ता मर नहीं जाता !! ! डी के निवातिया Quote Writer 189 Share डी. के. निवातिया 31 Aug 2023 · 1 min read RAKSHA BANDHAN RAKSHA BANDHAN Quote Writer 151 Share Page 1 Next