Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Oct 2023 · 1 min read

अंजाम-ऐ-मुहब्बत – डी के निवातिया

पी लेंगे मिले जहर अगर तेरे हाथों से,
टूटना भी मंजूर है मगर तेरे हाथों से !
!
अंजाम-ऐ-मुहब्बत है मंजूर ये भी हमे,
खा लेंगे खंजर-ऐ-जिगर तेरे हाथों से !!
***
@डी के निवातिया

90 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"रेल चलय छुक-छुक"
Dr. Kishan tandon kranti
" भूलने में उसे तो ज़माने लगे "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
"हमारे नेता "
DrLakshman Jha Parimal
ईश्वर के प्रतिरूप
ईश्वर के प्रतिरूप
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम शायद मेरे नहीं
तुम शायद मेरे नहीं
Rashmi Ranjan
तुझे जब फुर्सत मिले तब ही याद करों
तुझे जब फुर्सत मिले तब ही याद करों
Keshav kishor Kumar
धूम मची चहुँ ओर है, होली का हुड़दंग ।
धूम मची चहुँ ओर है, होली का हुड़दंग ।
Arvind trivedi
जिंदगी की उड़ान
जिंदगी की उड़ान
Kanchan verma
Yuhi kisi ko bhul jana aasan nhi hota,
Yuhi kisi ko bhul jana aasan nhi hota,
Sakshi Tripathi
तमाशबीन जवानी
तमाशबीन जवानी
Shekhar Chandra Mitra
"समय से बड़ा जादूगर दूसरा कोई नहीं,
Tarun Singh Pawar
दोस्ती
दोस्ती
Mukesh Kumar Sonkar
सागर प्रियतम प्रेम भरा है हमको मिलने जाना है।
सागर प्रियतम प्रेम भरा है हमको मिलने जाना है।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
*विनती है यह राम जी : कुछ दोहे*
*विनती है यह राम जी : कुछ दोहे*
Ravi Prakash
जाति आज भी जिंदा है...
जाति आज भी जिंदा है...
आर एस आघात
शादी शुदा कुंवारा (हास्य व्यंग)
शादी शुदा कुंवारा (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
इंसान जिन्हें
इंसान जिन्हें
Dr fauzia Naseem shad
मेरी कहानी मेरी जुबानी
मेरी कहानी मेरी जुबानी
Vandna Thakur
ये तो दुनिया है यहाँ लोग बदल जाते है
ये तो दुनिया है यहाँ लोग बदल जाते है
shabina. Naaz
तन्हाई
तन्हाई
नवीन जोशी 'नवल'
ठंड
ठंड
Ranjeet kumar patre
गए वे खद्दर धारी आंसू सदा बहाने वाले।
गए वे खद्दर धारी आंसू सदा बहाने वाले।
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
23/53.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/53.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम मेरे हो
तुम मेरे हो
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
भ्रम
भ्रम
Kanchan Khanna
जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
अंसार एटवी
क्युं बताने से हर्ज़ करते हो
क्युं बताने से हर्ज़ करते हो
Shweta Soni
सच ज़िंदगी के रंगमंच के साथ हैं
सच ज़िंदगी के रंगमंच के साथ हैं
Neeraj Agarwal
मंद मंद बहती हवा
मंद मंद बहती हवा
Soni Gupta
कोई किसी के लिए जरुरी नहीं होता मुर्शद ,
कोई किसी के लिए जरुरी नहीं होता मुर्शद ,
शेखर सिंह
Loading...