Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Dec 2023 · 1 min read

मेरा प्रेम पत्र

मेरा प्रेम पत्र
***********
दुनिया में सबसे अनूठा होगा,
न फूल छुपे होंगे,
न ख़ून से लिखा गया होगा,
न इत्र में नहाया,
न फूल पत्तियों से सजा होगा,
न छपे होंगे दिल,
न लबो का उसपे निशां होगा,
न धड़कती नब्ज होगी,
न सांसों का सिलसिला होगा,
न गिरेगी बिजलियाँ,
न बारिश का शमां होगा,
न सावन का जिक्र,
न बासंती उड़ा फाग होगा,
न कोयल की कूक,
न पपीहे का मल्हार राग होगा,
न लिखे होंगे प्रेम शब्द,
न कवियों शायरों का गान होगा !
_____

वो होगा सफ़ेद कोरा कागज़,
तुम्हारे बेदाग़ आँचल की तरह,
जिसे पढ़ पाओगे केवल तुम,
निहितार्थ हृदय तरंग की तरह !

ज्यों नभ, धरा पर टूटा होगा,
दुनिया में सबसे अनूठा होगा
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,’मेरा प्रेम पत्र’ !!

डी के निवातिया

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 215 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"लाइलाज"
Dr. Kishan tandon kranti
राम दर्शन
राम दर्शन
Shyam Sundar Subramanian
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
manjula chauhan
मुजरिम करार जब कोई क़ातिल...
मुजरिम करार जब कोई क़ातिल...
अश्क चिरैयाकोटी
स्याही की मुझे जरूरत नही
स्याही की मुझे जरूरत नही
Aarti sirsat
सहसा यूं अचानक आंधियां उठती तो हैं अविरत,
सहसा यूं अचानक आंधियां उठती तो हैं अविरत,
Abhishek Soni
।। समीक्षा ।।
।। समीक्षा ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
देते फल हैं सर्वदा , जग में संचित कर्म (कुंडलिया)
देते फल हैं सर्वदा , जग में संचित कर्म (कुंडलिया)
Ravi Prakash
वो सुहाने दिन
वो सुहाने दिन
Aman Sinha
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
किताबों में तुम्हारे नाम का मैं ढूँढता हूँ माने
आनंद प्रवीण
माँ
माँ
Anju
धूल के फूल
धूल के फूल
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मेरी बेटियाँ
मेरी बेटियाँ
लक्ष्मी सिंह
3303.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3303.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
नए साल की मुबारक
नए साल की मुबारक
भरत कुमार सोलंकी
निभा गये चाणक्य सा,
निभा गये चाणक्य सा,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
खुशियों का दौर गया , चाहतों का दौर गया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है।
पाकर तुझको हम जिन्दगी का हर गम भुला बैठे है।
Taj Mohammad
शांत सा जीवन
शांत सा जीवन
Dr fauzia Naseem shad
आवो पधारो घर मेरे गणपति
आवो पधारो घर मेरे गणपति
gurudeenverma198
दो नयनों की रार का,
दो नयनों की रार का,
sushil sarna
चलते जाना
चलते जाना
अनिल कुमार निश्छल
बना चाँद का उड़न खटोला
बना चाँद का उड़न खटोला
Vedha Singh
👍👍👍
👍👍👍
*Author प्रणय प्रभात*
सबनम की तरहा दिल पे तेरे छा ही जाऊंगा
सबनम की तरहा दिल पे तेरे छा ही जाऊंगा
Anand Sharma
सदियों से जो संघर्ष हुआ अनवरत आज वह रंग लाई।
सदियों से जो संघर्ष हुआ अनवरत आज वह रंग लाई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
रिश्ते
रिश्ते
Ram Krishan Rastogi
*हनुमान जी*
*हनुमान जी*
Shashi kala vyas
इंसानियत
इंसानियत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मन खामोश है
मन खामोश है
Surinder blackpen
Loading...