बासुदेव अग्रवाल 'नमन' Tag: कविता 39 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 6 Aug 2022 · 1 min read बिंदु छंद "राम कृपा" सत्यसनातन, ये है ज्ञाना। भक्ति बिना नहिं, हो कल्याना।। राम-कृपा जब, होती प्राणी। हो तब जागृत, अन्तर्वाणी।। चक्षु खुले मन, हो आचारी। दूर हटे तब, माया सारी।। प्रीत बढ़े जब,... Hindi · कविता · बासुदेव · बिंदु छंद 321 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 4 Aug 2021 · 2 min read शृंगार छंद "तड़प" शृंगार छंद "तड़प" सजन मत प्यास अधूरी छोड़। नहीं कोमल मन मेरा तोड़।। बहुत ही तड़पी करके याद। सुनो अब तो तुम अंतर्नाद।। सदा तारे गिन काटी रात। बादलों से... Hindi · कविता 404 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 4 Aug 2021 · 2 min read रोला छंद "बाल-हृदय" रोला छंद "बाल-हृदय" भेदभाव से दूर, बाल-मन जल सा निर्मल। रहे सदा अलमस्त, द्वन्द्व से होकर निश्चल।। बालक बालक मध्य, नेह शाश्वत है प्रतिपल। देख बाल को बाल, हृदय का... Hindi · कविता 1 398 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 2 Jul 2021 · 1 min read रास छंद "कृष्णावतार" रास छंद "कृष्णावतार" हाथों में थी, मात पिता के, सांकलियाँ। घोर घटा में, कड़क रहीं थी, दामिनियाँ। हाथ हाथ को, भी नहिं सूझे, तम गहरा। दरवाजों पर, लटके ताले, था... Hindi · कविता 2 689 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 11 Jun 2021 · 1 min read पीयूष वर्ष छंद (वर्षा वर्णन) (पीयूष वर्ष छंद) बिजलियों की गूंज, मेघों की घटा। हो रही बरसात, सावन की छटा।। ढोलकी हर ओर, रिमझिम की बजी। हो हरित ये भूमि, नव वधु सी सजी।। नृत्य... Hindi · कविता 1 1k Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 11 Jun 2021 · 1 min read छप्पय छंद "शिव-महिमा" (छप्पय छंद) करके तांडव नृत्य, प्रलय जग में शिव करते। विपदाएँ भव-ताप, भक्त जन का भी हरते। देवों के भी देव, सदा रीझें थोड़े में। करें हृदय नित वास, शैलजा... Hindi · कविता 1 595 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 23 May 2021 · 1 min read पावन छंद "सावन छटा" (पावन छंद) सावन जब उमड़े, धरणी हरित है। वारिद बरसत है, उफने सरित है।। चातक नभ तकते, खग आस युत हैं। मेघ कृषक लख के, हरषे बहुत हैं।। घोर सकल... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 4 372 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 30 Apr 2021 · 1 min read विमला छंद "सच्चा सुख" मन का मारो रावण सब ही। लगते सारे पावन तब ही।। सब बाधाओं की मन जड़ है। बस में ये तो वैभव-झड़ है।। त्यज दो तृष्णा मत्सर मन से। जग... Hindi · कविता 386 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 30 Apr 2021 · 1 min read शारदी छंद "चले चलो पथिक" चले चलो पथिक। बिना थके रथिक।। थमे नहीं चरण। भले हुवे मरण।। सुहावना सफर। लुभावनी डगर।। बढ़ा मिलाप चल। सदैव हो अटल।। रहो सदा सजग। उठा विचार पग।। तुझे लगे... Hindi · कविता 2 269 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 30 Apr 2021 · 1 min read शीर्षा छंद (शैतानी धारा) शैतानी जो थी धारा। जैसे कोई थी कारा।। दाढों में घाटी सारी। भारी दुःखों की मारी।। लूटों का बाजे डंका। लोगों में थी आशंका।। हत्याएँ मारामारी। सांसों पे वे थी... Hindi · कविता 372 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 30 Apr 2021 · 1 min read शुभमाल छंद "दीन पुकार" सभी हम दीन। निहायत हीन।। हुए असहाय। नहीं कुछ भाय।। गरीब अमीर। नदी द्वय तीर।। न आपस प्रीत। यही जग रीत।। नहीं सरकार। रही भरतार।। अतीव हताश। दिखे न प्रकाश।।... Hindi · कविता 287 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 10 Apr 2021 · 1 min read शोभावती छंद (हिन्दी भाषा) देवों की भाषा से जन्मी हिन्दी। हिन्दुस्तां के माथे की है बिन्दी।। दोहों, छंदों, चौपाई की माता। मीरा, सूरा के गीतों की दाता।। हिंदुस्तानी साँसों में है छाई। पाटे सारे... Hindi · कविता 4 390 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 10 Apr 2021 · 1 min read सारवती छंद "विरह वेदना" वो मनभावन प्रीत लगा। छोड़ चला मन भाव जगा।। आवन की सजना धुन में। धीर रखी अबलौं मन में।। खावन दौड़त रात महा। आग जले नहिं जाय सहा।। पावन सावन... Hindi · कविता 2 411 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 10 Apr 2021 · 1 min read सिंहनाद छंद "विनती" हरि विष्णु केशव मुरारी। तुम शंख चक्र कर धारी।। मणि वक्ष कौस्तुभ सुहाये। कमला तुम्हें नित लुभाये।। प्रभु ग्राह से गज उबारा। दस शीश कंस तुम मारा।। गुण से अतीत... Hindi · कविता 2 420 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 10 Apr 2021 · 1 min read सुमति छंद (भारत देश) प्रखर भाल पे हिमगिरि न्यारा। बहत वक्ष पे सुरसरि धारा।। पद पखारता जलनिधि खारा। अनुपमेय भारत यह प्यारा।। यह अनेकता बहुत दिखाये। पर समानता सकल बसाये।। विषम रीत हैं अरु... Hindi · कविता 2 594 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 24 Mar 2021 · 1 min read पुटभेद छंद "बसंत-छटा" छा गये ऋतुराज बसंत बड़े मन-भावने। दृश्य आज लगे अति मोहक नैन सुहावने। आम्र-कुंज हरे चित, बौर लदी हर डाल है। कोयली मधु राग सुने मन होत रसाल है।। रक्त-पुष्प... Hindi · कविता 1 6 312 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 24 Mar 2021 · 1 min read बुदबुद छंद "बसंत पंचमी" सुखद बसंत पंचमी। पतझड़ शुष्कता थमी।। सब फिर से हरा-भरा। महक उठी वसुंधरा।। विटप नवीन पर्ण में। कुसुम अनेक वर्ण में।। खिल कर झूमने लगे। यह लख भाग्य ही जगे।।... Hindi · कविता 4 512 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 24 Mar 2021 · 1 min read मनोज्ञा छंद "होली" भर सनेह रोली। बहुत आँख रो ली।। सजन आज होली। व्यथित खूब हो ली।। मधुर फाग आया। पर न अल्प भाया।। कछु न रंग खेलूँ। विरह पीड़ झेलूँ।। यह बसंत... Hindi · कविता 1 403 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 24 Mar 2021 · 1 min read रोचक छंद "फागुन मास" रोचक छंद "फागुन मास" फागुन मास सुहावना आया। मौसम रंग गुलाल का छाया।। पुष्प लता सब फूल के सोहे। आज बसन्त लुभावना मोहे।। ये ऋतुराज बड़ा मनोहारी। दग्ध करे मन... Hindi · कविता 1 733 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 17 Mar 2021 · 1 min read सुजान छंद (पर्यावरण) सुजान छंद (पर्यावरण) पर्यावरण खराब हुआ, यह नहिं संयोग। मानव का खुद का ही है, निर्मित ये रोग।। अंधाधुंध विकास नहीं, आया है रास। शुद्ध हवा, जल का इससे, होय... Hindi · कविता 428 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 17 Mar 2021 · 1 min read मौक्तिका (रोटियाँ) बहर :- 122*3+ 12 (शक्ति छंद आधारित) (पदांत 'रोटियाँ', समांत 'एं') लगे ऐंठने आँत जब भूख से, क्षुधा शांत तब ये करें रोटियाँ।। लखे बाट सब ही विकल हो बड़े,... Hindi · कविता 1 471 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 17 Mar 2021 · 1 min read कुण्डला मौक्तिका (बेटी) कुण्डला मौक्तिका (बेटी) (पदांत 'बेटी', समांत 'अर') बेटी शोभा गेह की, मात पिता की शान, घर की है ये आन, जोड़ती दो घर बेटी।। संतानों को लाड दे, देत सजन... Hindi · कविता 514 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 13 Dec 2020 · 1 min read सरसी छंद "खेत और खलिहान" सरसी छंद "खेत और खलिहान" गाँवों में हैं प्राण हमारे, दें इनको सम्मान। भारत की पहचान सदा से, खेत और खलिहान।। गाँवों की जीवन-शैली के, खेत रहे सोपान। अर्थ व्यवस्था... Hindi · कविता 1 409 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 13 Dec 2020 · 2 min read सार छंद "भारत गौरव" सार छंद "भारत गौरव" जय भारत जय पावनि गंगे, जय गिरिराज हिमालय; सकल विश्व के नभ में गूँजे, तेरी पावन जय जय। तूने अपनी ज्ञान रश्मि से, जग का तिमिर... Hindi · कविता 278 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 13 Dec 2020 · 2 min read आल्हा छंद "अग्रदूत अग्रवाल" आल्हा छंद "अग्रदूत अग्रवाल" अग्रोहा की नींव रखे थे, अग्रसेन नृपराज महान। धन वैभव से पूर्ण नगर ये, माता लक्ष्मी का वरदान।। आपस के भाईचारे पे, अग्रोहा की थी बुनियाद।... Hindi · कविता 410 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 4 Oct 2020 · 1 min read शिखरिणी छंद ("भारत वंदन") शिखरिणी छंद ("भारत वंदन") बड़ा ही प्यारा है, जगत भर में भारत मुझे। सदा शोभा गाऊँ, पर हृदय की प्यास न बुझे।। तुम्हारे गीतों को, मधुर सुर में गा मन... Hindi · कविता 1 1k Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 4 Oct 2020 · 1 min read स्रग्धरा छंद "शिव स्तुति" स्रग्धरा छंद "शिव स्तुति" शम्भो कैलाशवासी, सकल दुखित की, पूर्ण आशा करें वे। भूतों के नाथ न्यारे, भव-भय-दुख को, शीघ्र सारा हरें वे।। बाघों की चर्म धारें, कर महँ डमरू,... Hindi · कविता 1 2k Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 4 Oct 2020 · 1 min read हरिणी छंद "राधेकृष्णा नाम-रस" हरिणी छंद "राधेकृष्णा नाम-रस" मन नित भजो, राधेकृष्णा, यही बस सार है। इन रस भरे, नामों का तो, महत्त्व अपार है।। चिर युगल ये, जोड़ी न्यारी, त्रिलोक लुभावनी। भगत जन... Hindi · कविता 1 329 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 23 Apr 2019 · 1 min read कामरूप छंद "आज की नारी" कामरूप छंद "आज की नारी" नारी न अबला, पूर्ण सबला, हो गई है आज। वह भव्यता से, दक्षता से, सारती हर काज।। हर क्षेत्र में रत, कर्म में नत, आज... Hindi · कविता 550 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 23 Apr 2019 · 1 min read उड़ियाना छंद "विरह" उड़ियाना छंद "विरह" क्यों री तू थमत नहीं, विरह की मथनिया। मथत रही बार बार, हॄदय की मटकिया।। सपने में नैन मिला, हँसत है सजनिया। छलकावत जाय रही, नेह की... Hindi · कविता 603 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 16 Jan 2019 · 2 min read इन्द्रवज्रा छंद (शिवेंद्रवज्रा स्तुति) इन्द्रवज्रा छंद / उपेन्द्रवज्रा छंद / उपजाति छंद "शिवेंद्रवज्रा स्तुति" परहित कर विषपान, महादेव जग के बने। सुर नर मुनि गा गान, चरण वंदना नित करें।। माथ नवा जयकार, मधुर... Hindi · इन्द्रवज्रा छंद · उपजाति छंद · उपेन्द्रवज्रा छंद · कविता 3k Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 16 Dec 2018 · 1 min read सार छंद (पलाश और नेता) सार छंद (पलाश और नेता) छन्न पकैया छन्न पकैया, टेसू सा ये नेता। सूखी उलझी डालों सा दिल, किसका भी न चहेता।। पाँच साल तक आँसू देता, इसका पतझड़ चलता।... Hindi · कविता 290 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 3 Nov 2018 · 1 min read माँ तेरी ममता का कोई मोल नहीँ माँ तेरी ममता का कोई मोल नहीं। भू से भारी वात्सल्य तेरा, जिसका कोई तोल नहीं। माँ तेरी ममता का कोई मोल नहीं॥ हो आँखों से ओझल लाल यदि, पड़े... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 20 484 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 1 Apr 2018 · 1 min read वर्ण पिरामिड रे चन्दा निर्मोही, करता क्यों आंख मिचौली। छिप जा अब तो, किन्ही खूब ठिठौली।।1।। जो बात कह न सकते हैं, हम तुमसे। सोच उसे फिर ये नैना क्यों बरसे।।2।। गा... Hindi · कविता 300 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 12 Mar 2017 · 1 min read "होली" सायली छंद शिल्प- 1 2 3 2 1 शब्द (1) होली का त्योहार जीवन में लाया रंगों की बौछार। (2) होली में जलते अत्याचार, कपट, छल निष्पाप भक्त बचते। (3) होली लाई... Hindi · कविता · सायली छंद 492 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 12 Mar 2017 · 1 min read संयुत छंद "फाग रस" संयुत छंद "फाग रस" सब झूम लो रस राग में। मिल मस्त हो कर फाग में।। खुशियों भरा यह पर्व है। इसपे हमें अति गर्व है।। यह मास फागुन चाव... Hindi · कविता 1k Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 1 Feb 2017 · 1 min read समान सवैया (शारदा वंदना) समान सवैया "शारदा वंदना" कलुष हृदय में वास बना माँ, श्वेत पद्म सा निर्मल कर दो । शुभ्र ज्योत्स्ना छिटका उसमें, अपने जैसा उज्ज्वल कर दो ।। शुभ्र रूपिणी शुभ्र... Hindi · कविता 1 1 351 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 26 Jan 2017 · 3 min read भारत यश गाथा "भारत यश गाथा" ज्ञान राशि के महा सिन्धु को, तमपूर्ण जगत के इंदु को, पुरा सभ्यता के केंद्र बिंदु को, नमस्कार इसको मेरे बारम्बार । रूप रहा इसका अति सुंदर,... Hindi · कविता 523 Share बासुदेव अग्रवाल 'नमन' 24 Jan 2017 · 1 min read ये बेटियाँ हमारी "ये बेटियाँ हमारी" (22 12122 22 12122 बह्र की रचना) ममता की जो है मूरत, समता की जो है सूरत। वरदान है धरा पर, ये बेटियाँ हमारी। मा बाप को... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 361 Share