बबीता अग्रवाल #कँवल Tag: ग़ज़ल/गीतिका 49 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid बबीता अग्रवाल #कँवल 11 Jan 2017 · 1 min read माँ अब बंदिश हट जाने दो माँ अब बंदिश हट जाने दो बेटी को जग में आने दो गर्भ मे माँ क्युं मार रही हो मुझको दुनिया में आने दो गुलशन में गुल की माफ़िक़ माँ... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1k Share बबीता अग्रवाल #कँवल 31 Dec 2016 · 1 min read बुलंदीआसमानों की सितारा भी मुबारक हो बुलंदी आसमानों की सितारा भी मुबारक हो तिरा आया जन्मदिन है जहां सारा मुबारक हो पूरे अरमान हो तेरे मिला मौका मुबारक हो तिरी मंजिल मिले तुझको तिरा रस्ता मुबारक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 868 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 23 Feb 2017 · 1 min read के टूटकर बिखरे हम यहाँ उसी के लिए चला गया वो हमें छोड़ कर किसी के लिए के टूट कर बिखरे हम यहाँ उसी के लिए सकुन दिल का जो मेरे चला गया लेकर तड़प रहा दिल मेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 751 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 13 Feb 2017 · 1 min read याद तेरी रुलाये तो मैं क्या करूं तू मुझे याद आये तो मैं क्या करूँ याद तेरी रुलाये तो मैं क्या करूँ चांदनी रात ने बादलों से कहा चाँद गर रूठ जाए तो मैं क्या करूँ पेड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 705 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 4 Mar 2017 · 1 min read न जीना मुहाल कर मुझे तु जहर दे न जीना मुहाल कर मुझे तु जहर दे कफ़स में रखे तो मेरे पर कतर दे ठिकाना नहीं है मुझे कोई घर दे नहीं घर अगर कोई तेरा ही दर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 773 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 3 Apr 2017 · 1 min read कलम को आज कागज पर कलम को आज कागज़ पर चलाने की तमन्ना है रुबाई,गीत,गज़लों को सजाने की तमन्ना है भरी महफिल में अपना दिल लुटाने की तमन्ना है किसी की आँख से काजल चुराने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 711 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 5 Dec 2016 · 1 min read दर्द दिल का न जलाओ तुम दर्द दिल का न जलाओ तुम अब न मेरे करीब आओ तुम जख्म मेरा भरा नहीं है अभी यूँ न सितम ये और ढाओ तुम परेशां हूं मैं तेरी ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 728 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 14 Nov 2016 · 1 min read नारी की इज्ज़त जहां होती हैं नारी की इज्ज़त जहाँ होती है खुशियों की घड़ियाँ वहाँ होती है इशारों इशारों में होती है बातें मुहब्बत की ना कोई ज़ुबा होती है हो जाए गर कोई घायल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 685 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 11 Dec 2016 · 1 min read जख्म दिल का भला कैसे छिपाया होगा जख्म दिल का भला कैसे छिपाया होगा उभरकर सामने ही दर्द जब आया होगा दास्तां बेवफ़ाई की सुन उस सितमगर की अपना टूटा हुआ दिल याद तो आया होगा लट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 644 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 7 Jan 2017 · 1 min read बात मेरी सनम कुछ सुना कीजिये बात मेरी सनम कुछ सुना कीजिये दिल में कोई न शिकवा रखा कीजिये कृष्ण राधा की गाथा सुना कीजिये ध्यान में उनको अपने रखा कीजिये रोज ख्वाबो मे आकर मिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 583 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 15 Dec 2016 · 1 min read जन्म जन्म से तुम्हारा है इंतज़ार मुझे जनम-जनम से तुम्हारा है इंतज़ार मुझे चले भी आओ कराओ जरा दीदार मुझे उजड़ गया है मेरे इश्क़ का चमन लोगो ! मन मुआफ़िक़ नहीं लगती है अब बहार मुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 570 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 23 Nov 2016 · 1 min read दिल रोया बहुत है दिल रोया बहुत है मेरा विदा से पहले के इश्क़ में छल गई हूं वफ़ा से पहले संभाला है मैने खुदको बड़ी मशक्कत से तू ने तो मार ही डाला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 527 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 3 Feb 2017 · 1 min read मुझ पे मरती थी जानती हो क्या इश्क़ था मुझसे मानती हो क्या मुझ पे मरती थी जानती हो क्या क्यों भला जाऊँ दूर तुझसे मै जी न पाऊंगा देखती हो क्या आजकल क्यों नज़र नहीं आती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 534 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 21 Nov 2016 · 1 min read हम वफ़ादार थे हर हाल वफ़ा करते थे काम था उनका जफ़ा करना जफ़ा करते थे हम वफादार थे हर हाल वफ़ा करते थे हम जिये कब ऐ सनम बिछर कर पल भर सांस लेने की फकत रस्म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 586 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 2 Dec 2016 · 1 min read दुनिया खेले खेल दुनिया खेल खेले यूँ जैसे कि मदारी है इस जहाँ में लगता है हर कोई जुआरी है खुशबुओं की आहट है बुलबुलों की चाहत भी खिल गया गुल देखो हवाओं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 571 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 10 Feb 2017 · 1 min read दिल दिवाना मिरा हो गया दिल दिवाना मिरा हो गया ये अजब हादसा हो गया क्या कहें क्या से क्या हो गया बात का रायता हो गया वो जहां को हरा कर गया इश्क़ में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 528 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 6 Feb 2017 · 1 min read लहजा वो शराफ़त का अपनाए हुए हैं देखा है हसीं ख्वाब वो घर आए हुए हैं हम हैं कि तसव्वुर मे ही शर्माए हुए हैं करेंगे कैसे कोई गुफ्तगू सनम से हम के जमीं पर वो नजरें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 513 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 1 Feb 2017 · 1 min read उनके बगैर जिंदगी सचमुच मुहाल है शामो सहर उन्हीं का फक़त अब ख्याल है उनके बग़ैर जिंदगी सचमुच मुहाल है दिन हो गए पहाड़ से रातें हैं खौफ़नाक़ कैसे बिताएं वक़्त ये मुश्किल सवाल है हर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 464 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 6 Dec 2016 · 1 min read वक्त यहीं पर अभी इसको ठहर जाने दे वक्त यहीं पर अभी इसको ठहर जाने दे तेरे दीदार से नज़रों को गुज़र जाने दे नश्शा हो जाये मुझे मौत मेरी होने तक अपनी आँखों के समंदर में उतर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 456 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 10 Nov 2016 · 1 min read दिल मेरा टूटा उसी पर घात हो गई कोई पूछे हमसे के क्या बात हो गई दिल मेरा टूटा उसी पर घात हो गई घाटी में हो गई मौत बेगुनाहों की सभी अय खुदा ये कैसी वहाँ कयानात... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 452 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 18 Feb 2017 · 1 min read ख़्वाब आँखों में सजाना चाहिए ख्वाब आँखों में सजाना चाहिए हसरतों को पर लगाना चाहिए रास मुझकोे आएं कैसे ये खुशी ज़ख़्म कोई फिर पुराना चाहिए दर्द दिल में तो सभी के हैं मगर ग़म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 463 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 28 Nov 2016 · 1 min read दर्द के भँवर से दर्द के भँवर से खुदको गुज़रते नहीं देख़ा क्या समझे वो दर्द कभी पलते नहीं देखा चोट खाई इश्क़ में जो बन गया नासूर इस दर्द को सीने से निकलते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 506 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 13 Dec 2016 · 1 min read ख्वाब में उनसे मिला करते हैं ख्वाब में उनसे मिला करते हैं बात शब भर किया करते हैं चेहरा उनका ही नजर आता है आँख जब बन्द किया करते हैं बात मुहब्बत की होती जब है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 445 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 26 Nov 2016 · 1 min read दफ्न अब हो रहे रिश्ते भी दौलत तले उसने मुझको जो दिखाई थी वो जन्नत कैसी हुस्न वालों में वहाँ देखी नज़ाकत कैसी दफ्न अब हो रहे रिश्ते भी दौलत के तले सामने आयी है मेरे ये हकीकत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 445 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 23 Jan 2017 · 1 min read उड़ा दूं न नींदे असर देख लेना मिरा प्यार तू हमसफ़र देख लेना उड़ा दूं न नींदे असर देख लेना ये इश्क-ए-मुहब्बत बला की डगर है लपेटे में लेगी भँवर देख लेना तिरी याद में दिल जला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 414 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 8 Dec 2016 · 1 min read लगता क्यूँ हर आदमी गद्दार है करती हूँ मुहब्बत तुम्हीं से जान लो डरती नहीं के जीत हो या हार है ग़म नहीं जहाँ मे किसी का साथ हो मिल जाए मुझको गर तेरा ही प्यार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 457 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 8 Dec 2016 · 1 min read बेटी विदा हुई हैं असर देखते हैं सूना सा आज अपना ही घर देखते रहे बेटी विदा हुई है असर देखते रहे दिल पर हमारे घात लगाकर चले गए फिरते हुए किसी की नजर देखते रहे राहे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 437 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 27 Dec 2016 · 1 min read चेहरे पे चेहरों को लगाने लगे हैं लोग 221 2121 1221 2121 चेहरे पे चेहरों को लगाने लगे हैं लोग फिर खुद को आईने से बचाने लगे हैं लोग आदर्श आज सिर्फ़ किताबों में रह गए माँ -बाप... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 403 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 10 Nov 2016 · 1 min read कब हो गई सहर और रात गुज़र गई देखा है जब से आपको नजर ठहर गई कब हो गई सहर और रात गुज़र गई निभाई है बेवफ़ाई तुमने जाने जां तुम क्या जानो जिंदगी मेरी ठहर गई यादों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 406 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 1 Jan 2017 · 1 min read पल पल जी ले नये साल की तरह पल पल जी ले नये साल की तरह के ग़म भुला दे गये साल की तरह बिखेर दे खुशी जलते दिये की तरह करे स्वागत आ रहे साल की तरह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 436 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 21 Dec 2016 · 1 min read करो मत वार नयनों से ■■■■■■■★ ग़ज़ल ★■■■■■■■ करो मत वार नयनों से कि दिल उल्फ़त का मारा है ये पहले भी तुम्हारा था ये दिल अब भी तुम्हारा है मेरी आँखों का है तू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 399 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 25 Nov 2016 · 1 min read हो गए बदनाम क्या जमाने में हम राह पर वो सामने नज़र आने लगे मुझे मुहब्बत के ही नाम पर बतियाने लगे मुझे हो गए बदनाम क्या जमाने हम जरा अंधे भी अब तो आँख दिखाने लगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 407 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 30 Nov 2016 · 1 min read कर गया घायल कँवल को कल तक था शख्स जो वो मकान से बाहर उसने हि कर दिया मुझको जहान से बाहर बहार लेकर कोई चमन में आये मेरे खिले है फूल मगर गुलसितान से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 418 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 7 Nov 2016 · 1 min read ग़म के फ़साने सुनाले मुझको जो भी करने हैं कर दर्द के हवाले मुझको कौन है आज यहाँ जो कि सम्भाले मुझको माँ के दर जो बढ़ने लगे है कदम मेरे फूल लगते हैं मेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 373 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 22 Dec 2016 · 1 min read जो बातों से तुमने रिझाया न होता जो बातों से तुमने रिझाया न होता तो यूं वक़्त हमने गंवाया न होता गजल में भला क्यों बयां दर्द करती अगर प्यार में दिल दुखाया न होता अगर सर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 380 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 7 Dec 2016 · 1 min read जुबाँ पर जो है दिल में वह नाम लिखती हूँ जुबां पर जो है दिल में वह नाम लिखती हूं हो जाए मैहर जिंदगी तमाम लिखती हूं निकलते है मेरे दिल से ही जज़्बात सभी मैं जब भी कोई अछूता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 379 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 5 Jan 2017 · 1 min read बात बेबात ही ललकार की बातें करना बात बेबात ही ललकार की बातें करना क्यों तुझे भाये है तलवार की बातें करना उनको भाता नहीं परिवार की बातें करना मुझको आता नहीं बेकार की बातें करना गालियां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 380 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 15 Feb 2017 · 1 min read आँख मेरी चौधिंयाये रौशनी इतनी न दे आँख मेरी चौधिंयाये रौशनी इतनी न दे राह भटकूँ मैं मुझे तू तीरग़ी इतनी न दे ग़म अता करना फक़त उतना उठा लूँ मैं जिसे आँख से बाहर निकल जाये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 347 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 8 Jan 2017 · 1 min read आज तनहाई में जब अश्क बहाने निकले ■■■■■【 ग़ज़ल 】■■■■ आज तन्हाई में जब अश्क़ बहाने निकले तब छुपे दर्द कई और पुराने निकले नैट के प्यार को संजीदा समझकर पागल होंगे बर्बाद अगर इश्क़ लड़ाने निकले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 351 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 8 Mar 2017 · 1 min read ख़ाक में मुझको मिलाने आ गए जिंदगी भर जह्र पिलाने आ गये ख़ाक में मुझको मिलाने आ गये जी रहे थे हम यहाँ ओ.. बेवफ़ा क्यों हमें फिर से सताने आ गये दूर हमसे हो गये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 418 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 9 Dec 2016 · 1 min read उलझन में जिंदगी है मजा ढूँढ रहे हैं उलझन में जिंदगी है मजा ढूँढ रहे हैं करते हैं जफ़ा लोग वफ़ा ढूँढ रहे हैं बाँटी हैं खुशियाँ मगर खुश फिर भी नहीं हम दुनिया से वफा करके सिला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 330 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 25 Jan 2017 · 1 min read लाश आशिक़ की उठाई जा रही हैं पालकी दुल्हन कि लाई जा रही हैं लाश आशिक़ की उठाई जा रही हैं हुस्न की महफ़िल सजाई जा रही हैं आज फिर क़ीमत लगाई जा रही हैं फेंक पांसा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 354 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 3 Jan 2017 · 1 min read गर मर्ज़ है कोई तो दिखा क्यों नहीं लेते गर मर्ज़ है कोई तो दिखा क्यों नहीं देते माक़ूल हक़ीमो से दवा क्यों नहीं लेते तुम दिल में छुपी बात बता क्यों नहीं देते रूठे हैं अगर वो तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 353 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 27 Nov 2016 · 1 min read शमअ प्यार का तुम जलाया करो तिरगी का बहाना न बनाया करो शमअ प्यार का तुम जलाया करो हसरतें दिल में ना छिपाया करो प्यार की राह में गुल खिलाया करो निभायेगें संग हम तेरा ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 324 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 7 Nov 2016 · 1 min read आँख कर दे दान कँवल दिल को सुकून मिल जायेगा तेरे मेरे बीच फिर भी फासला रह जाएगा मिट भी जाएँ दूरियां फिर भी गिला रह जाएगा आँधी आये या कि तूफ़ा बुझ नहीं पायेगा वो जिस दिए में जान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 320 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 15 Nov 2016 · 1 min read मेरा सनम मुझको आज हंसाने आया था मेरा सनम मुझको आज हंसाने आया था जिसने मुझको ही बहुत कल रुलाया था जहाँ में मेरा भी यारों अब नाम हो गया है फ़कत किसी की मुहब्बत ने यह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 325 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 30 Nov 2016 · 1 min read मुहब्बत करके वो डरता रहा है मुहब्बत करके वो डरता रहा है सनम का नाम ही जपता रहा है मिली है क्यों जफ़ा इश्क़ में उसे ही दिया सा रात भर जलता रहा है बिताई ज़िन्दगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 320 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 21 Jan 2017 · 1 min read मुहब्बत करके वो डरता रहा है मुहब्बत करके वो डरता रहा है सनम का नाम ही जपता रहा है मिली है क्यों जफ़ा इश्क़ में उसे ही दिया सा रात भर जलता रहा है बिताई ज़िन्दगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 305 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 11 Dec 2016 · 1 min read रब की मुझपर मेहर हो गई रब की मुझपर मेहर हो गई जिंदगी मेरी बेहतर हो गई उन्हें देखते रहे भर नजर शब हुई और सहर हो गई आ गई वो सँवरकर यहाँ उन्हीं की तरफ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 288 Share