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7 Nov 2016 · 1 min read

आँख कर दे दान कँवल दिल को सुकून मिल जायेगा

तेरे मेरे बीच फिर भी फासला रह जाएगा
मिट भी जाएँ दूरियां फिर भी गिला रह जाएगा

आँधी आये या कि तूफ़ा बुझ नहीं पायेगा वो
जिस दिए में जान होगी वो दीया रह जाएगा

यूँ न खेल दिलों से किसी के ऐ बेवफ़ा
बनकर तू भी कोई बस खिलौना रह जाएगा

राजा हो या रंक ,दुनिया छोड़ कर जाना तो है
जो तू करता मेरा मेरा सब धरा रह जाएगा

क्यों बैठे है अपनो में लपेटे चादर ग़ुरूर की
इक दिन ऐसा आयेगा खुद तनहा रह जाएगा

आँख कर दे दान कँवल दिल को सुकूँ मिल जाएगा
इस बहाने दुनिया में नाम तेरा रह जाएगा

5 Comments · 313 Views
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