Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Nov 2016 · 1 min read

नारी की इज्ज़त जहां होती हैं

नारी की इज्ज़त जहाँ होती है
खुशियों की घड़ियाँ वहाँ होती है

इशारों इशारों में होती है बातें
मुहब्बत की ना कोई ज़ुबा होती है

हो जाए गर कोई घायल दिल फिर
उसकी फ़रियाद कहाँ होती है

जिस घर बेटी की गूंजती है गुंजन
उस घर फिर कोई न खिंजा होती

फिकर वालिद की बढ़ती है जाती
बिटिया उनकी जब जवाँ होती है

बातें किसी की ना बनाओ कँवल तुम
जमाने बातें फिर वो धुआँ होती हैं

बबीता अग्रवाल #कँवल

649 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सितमज़रीफ़ी
सितमज़रीफ़ी
Atul "Krishn"
🙏🙏
🙏🙏
Neelam Sharma
सत्य सनातन गीत है गीता
सत्य सनातन गीत है गीता
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वही पर्याप्त है
वही पर्याप्त है
Satish Srijan
" बंदिशें ज़ेल की "
Chunnu Lal Gupta
Ranjeet Shukla
Ranjeet Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
"मित्रता"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
घुंटन जीवन का🙏
घुंटन जीवन का🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कौन यहाँ खुश रहता सबकी एक कहानी।
कौन यहाँ खुश रहता सबकी एक कहानी।
Mahendra Narayan
बस तुम
बस तुम
Rashmi Ranjan
#शेर
#शेर
*Author प्रणय प्रभात*
पुरातत्वविद
पुरातत्वविद
Kunal Prashant
#राम-राम जी..👏👏
#राम-राम जी..👏👏
आर.एस. 'प्रीतम'
डॉ. ध्रुव की दृष्टि में कविता का अमृतस्वरूप
डॉ. ध्रुव की दृष्टि में कविता का अमृतस्वरूप
कवि रमेशराज
🌷🙏जय श्री राधे कृष्णा🙏🌷
🌷🙏जय श्री राधे कृष्णा🙏🌷
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*** चल अकेला.....!!! ***
*** चल अकेला.....!!! ***
VEDANTA PATEL
बाज़ार में क्लीवेज : क्लीवेज का बाज़ार / MUSAFIR BAITHA
बाज़ार में क्लीवेज : क्लीवेज का बाज़ार / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
आज बेरोजगारों की पहली सफ़ में बैठे हैं
आज बेरोजगारों की पहली सफ़ में बैठे हैं
दुष्यन्त 'बाबा'
कफन
कफन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
झरोखा
झरोखा
Sandeep Pande
कितना तन्हा
कितना तन्हा
Dr fauzia Naseem shad
Swami Vivekanand
Swami Vivekanand
Poonam Sharma
मैं पीपल का पेड़
मैं पीपल का पेड़
VINOD CHAUHAN
युवा
युवा
Akshay patel
उस दिन
उस दिन
Shweta Soni
दोहे तरुण के।
दोहे तरुण के।
Pankaj sharma Tarun
किसको फुर्सत है रखी, किसको रोता कौन (हास्य कुंडलिया)
किसको फुर्सत है रखी, किसको रोता कौन (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
त्यागकर अपने भ्रम ये सारे
त्यागकर अपने भ्रम ये सारे
Er. Sanjay Shrivastava
मर्दों को भी इस दुनिया में दर्द तो होता है
मर्दों को भी इस दुनिया में दर्द तो होता है
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
राष्ट्रपिता
राष्ट्रपिता
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...