Comments (5)
बबीता अग्रवाल #कँवल
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7 Nov 2016 09:33 PM
दिल से आभार आपका, धन्यवाद माननीय जितेंद्र जी
7 Nov 2016 06:56 PM
बबिता अग्रवाल जी ! अापकी यह ग़ज़ल ” राजा हो या रंक दुनिया छोडकर जाना तो है….. में शाश्वत सत्य ! बहुत उम्दा।
—- जितेन्द्र कमल आनंद , रामपुर ( उ प्र )
बबीता अग्रवाल #कँवल
Author
10 Nov 2016 11:18 AM
जी आभार आपका
… बैठे…चादर गुरुर की…. तनहा रह जाएगा- बहुत खूब!?
धन्यवाद आपका