कृष्णकांत गुर्जर 299 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कृष्णकांत गुर्जर 18 Mar 2017 · 1 min read शिक्षा जीवन गीत है शिक्षा ही नित ग्यान दायनी,शिक्षा जीवन गीत है शिक्षा जन कल्याण की देवी,शिक्षा ही तो मीत है शिक्षा का कोई मोल नही है,न शिक्षा की डोर है| शिक्षा से शिक्षा... Hindi · कविता 8 1 7k Share कृष्णकांत गुर्जर 27 Sep 2021 · 1 min read ये मोदी तूने हमने दर- दर भगा के मारा तर्ज - ये मौत तूने हमको ये मोदी तूने हमने दर- दर भगा के मारा घर से किए है बेघर _भूखा फिरा के मारा ये मोदी तूने हमको . .... Hindi · गीत 13 3k Share कृष्णकांत गुर्जर 10 Feb 2018 · 1 min read दारू के दोहे मछली पानी के तड़पत है, दारू तड़पे लोग | सड़क हादसे मे क्यो मर रहे, सोचो इतने लोग || दारू पीबन को पैसा है, पैसा नही पढावन खो | आई... Hindi · दोहा 10 2k Share कृष्णकांत गुर्जर 23 Sep 2017 · 3 min read शिक्षक का फर्ज व कर्तव्य बड़े हर्ष का बिषय है कि आज हमारा देश शिक्षा के क्षेत्र में एक उच्च शिखर पर पहुंच गया है ,और नई नई शिक्षा तकनीक द्वारा शिक्षा सिखाई जा रही... Hindi · लेख 10 1k Share कृष्णकांत गुर्जर 18 Jan 2018 · 1 min read नारी के दोहे नारी है नारायणी,नारी है अनमोल। नारी ही मा,गुरु है वोले मीठे बोल।। नारी ही तो प्रकृति नारी है संसार। नारी ही सहपाठिका नारी है भरतार।। नारी है माँ कालिका,जिसके लम्वे... Hindi · दोहा 9 1k Share कृष्णकांत गुर्जर 20 Oct 2020 · 5 min read हाय रे मेरी किस्मत पहला परिदृश्य घर के बाहर आंगन में बैठे हुए, मैने मेरी श्रीमती को आवाज लगाते हुए कहा एजी सुनती हो, में अभी आता हैं थोड़ा बाहर रहा हूं । इतने... Hindi · कहानी 11 3 998 Share कृष्णकांत गुर्जर 1 Feb 2017 · 1 min read सरस्वती बंदना छम छमाति आइये माँ, खुशियाँ सारी लाइये | हम बच्चे अग्यानी मेैया, ग्यान ज़्योति जलाइये माँ || अंन्तर्मन को शुद्घ करने, दीन दु:खी के कष्ट को हरने | अमन चेन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 991 Share कृष्णकांत गुर्जर 10 Feb 2017 · 2 min read माँ बडी अनमोल है माँ को तडपने तुम न दो माँ बडी अनमोल है माँ को तडपने तुम न दो| माँ अमृत की बूँद है माँ को बिलकने तुम न दो|| माँ की ममता तुम एेसे यूँ बिखरने तुम न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 835 Share कृष्णकांत गुर्जर 19 Feb 2017 · 1 min read हे ईश्वर तूने क्या किया मेरी बेटी पराई हो गई ?क्यो बेटी पराई हो गई? हे ईश्वर तूने क्या किया मेरी बेटी पराई हो गई| बचपनसेपाला है जिसकोअब बही पराई होगई|| ???? तू कैसा निर्दयी है भगवन बेटी से जुदाई... Hindi · कविता 7 863 Share कृष्णकांत गुर्जर 13 May 2017 · 1 min read मे मजबूर किसान हूँ खेती करता बोझा ढ़ोता, मे मजबूर किसान हूँ लजारी मे जीने बाला, मे मजदूर किसान हूँ अन्न उगाकर देने वाला, मे ही इक इंसान हूँ भारत माँकी आन हूँ यारो... Hindi · कविता 7 1 717 Share कृष्णकांत गुर्जर 14 Feb 2018 · 1 min read व्यंग दर्शन ईश्वर के होते है या अप्सरा के आज शिवरात्रि के दिन मंदिरो मे बहुत ही भीड़ लगी हुई थी | लोग पूजा अर्चना करने के लिये गये थे जिनमे बूढ़े कम जवान ज्यादा थे लोग भगवान को... Hindi · लघु कथा 9 2 717 Share कृष्णकांत गुर्जर 28 Sep 2021 · 1 min read कलम का परिचय ना बात करूं तलवारो की न ढालो की कृपाणों की ना बात करूं दीवानो की दिलवालो की मस्ताँनो की ना बात करूं राजा रानी के किस्से मजहब पुरानो की ना... Hindi · कविता 9 1 716 Share कृष्णकांत गुर्जर 19 Jun 2023 · 1 min read हर शक्स की नजरो से गिर गए जो इस कदर हर शक्स की नजरो से गिर गए जो इस कदर जो छोड़ के गए~ ना ली~ फिर लौट के खबर कहते थे चांद ~तारो ~से संग~ संग रहेंगे हम हो... Quote Writer 859 Share कृष्णकांत गुर्जर 26 Mar 2017 · 1 min read नचा रही हमको भैया, भारत की सरकार रे नचा रही है हमको भैया, भारत की सरकार रे| तड़पा तड़पा करके भैया , देखो रही है मार रे|| कभी नचाती दिनभर भैया, रात को करती बार रे| कभी कभी... Hindi · कविता 6 726 Share कृष्णकांत गुर्जर 18 Feb 2017 · 1 min read वस यही कहानी है तुझमे मे मुझमे तू वस यही कहानी है तू ही तो जान है मेरी तू ही तो जिंदगानी है मै जिससे प्यार करता हूँ तू बहना वो प्यारी है तू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 648 Share कृष्णकांत गुर्जर 6 May 2017 · 1 min read माँ का दूध लजाते क्यो क्यो जकड़े तुम लाचारी मे माँ का दूध लजाते क्यो| चैन से सोते अपने घरो मे खुशी के दीप जलाते क्यो|| खुशी खुशी सब खुशी मे डूबे मस्ती मौज मनाते... Hindi · कविता 4 666 Share कृष्णकांत गुर्जर 2 Mar 2017 · 1 min read जहाँ ले चलोगे वही मे चलूगा जहाँ ले चलोगे वही मे चलूगा| जहा तुम कहोगे वही मे रहूगा|| तुम्ही मेरी जान तुम्ही मेरी जन्नत हो| तुम्ही मेरा प्यार तुम्ही मेरी चाहत हो || तेरे प्यार मे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 2 682 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 Feb 2017 · 1 min read चाँद सा मुखड़ा तेरा सुंदर सलोनी सूरत है उर चाँद सा मुखड़ा तेरा दिल -- जो हेै -- मेरा दिलदार मगर है तेरा प्यार मेरा तू मगर परवाना दिल है ये तेरा तू जिंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 636 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 Feb 2017 · 1 min read दिल को छू लेने वाली दो -दिलो -को एक बनाने वाले है आने वाले हो तुम हम जाने वाले है फूलो से हम गलियाँ सजाने वाले है अपने माँ बापू कोहम रूलाने वाले है बचपन... Hindi · कविता 8 628 Share कृष्णकांत गुर्जर 22 Jan 2017 · 1 min read बेटिया माँ की गोद मे है किलकत है ,प्यारी प्यारी बेटियाँ, छम छम खेलत नाचत जावे,नन्ही प्यारी बेटियाँ, हँसती जाती संग हँसाती, प्यारी प्यारी बेटियाँ, पढ़ केे जग मे नाम कमावे,बहन... Hindi · कविता 2 641 Share कृष्णकांत गुर्जर 19 Feb 2017 · 1 min read अच्छे से का बोली तुम नखरे दिखात हो एक बार का मानी रोजई तुम खात हो अच्छे से का वोली नखरे दिखात हो तन्नक ही बात मे भेजा खो खात हो साडी मगाऊ तो मुह लटकात हो सोतन... Hindi · कविता 6 656 Share कृष्णकांत गुर्जर 24 Jan 2017 · 1 min read मेरा देश महान है हिंदु हिंदुस्तान जहाँ मै, मेरा देश महान है... खेती करता भूखा मरता, मौत से लडता किसान है...१ बेरोजगारी के कारण भी, दुखियारे इंसान है.... सीमा मरते है जिनको, कहते वीर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 608 Share कृष्णकांत गुर्जर 31 Jan 2017 · 1 min read क्यो बेटी मारी जाती है हे माँ बतला इक बात मुझे,क्यो बेटी मारी जाती है| कल माँ भी तो बेटी थी माँ ,फिर क्यो जिंदा रह जाती है|| बेदो मे और कुरानो मे,क्यो बेटी पूँजी... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 2 609 Share कृष्णकांत गुर्जर 10 Feb 2017 · 1 min read आशियाना मिला जिंदगी मिल गई आशियाना मिला जिंदगी मिल गई| तेरी तिरछी नजर से नजर मिल गई|| मंजिल भी मिली आशिकी मिल गई| इक रोते हुये को हँसी मिल गई|| मेरे प्यार की हर बंदगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 623 Share कृष्णकांत गुर्जर 26 Sep 2021 · 1 min read शिब्बू मामा मोदी सो रये शिब्बू मामा मोदी सो रये,सो रये शाही द्वार रेे। रोबा रेंट मचो है घर में, बिखरो घर परिवार रे ।। टूटी खटिया नहीं बिछोना, हर घर में है रोना धोना,... Hindi · गीत 9 579 Share कृष्णकांत गुर्जर 14 Mar 2018 · 1 min read गुरु गुरु ही शब्द सिखाता सबको, गुरू ही ग्यान बताने वाला अंधकार से ग्यान ज्योति गुरू ही स्वर सिखलाने वाला ऊँच नीच का भेद न जाने गुरु ही दिल से लगाने... Hindi · कविता 6 565 Share कृष्णकांत गुर्जर 27 Mar 2017 · 1 min read जाग उठो चिंगारी बनकर,आग लगा दो पानी मे जाग उठो चिगांरी बनकर, आग लगा दो पानी मे| क्यो जकड़े हो लचारी मे, क्या कर रहे जवानी मेे|| नाग नहा रहे अनपड़ नेता, क्यो जीते नादानी मे| ब्याकुल बैठी... Hindi · कविता 8 539 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 Jan 2020 · 1 min read दिल के विचार हे दुनिया तू क्या समझती है में तेरा गुलाम हूं अरे हम तो उड़ते परिंदे है आज यहां है कल वहां भी होगे हम दुनिया को अच्छा बनाने चले थे... Hindi · लेख 7 544 Share कृष्णकांत गुर्जर 13 Mar 2018 · 1 min read दो दिल मिलेगे फिर बात होगी कब दो दिलोे की मुलाकात होगी, दो दिल मिलेगे फिर बात होगी आंखों ही आंखो से शुरूआत होगी, चेहरे खिलेगे फिर बात होगी कैसे कहां से शुरूआत होगी कब दो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 550 Share कृष्णकांत गुर्जर 7 Feb 2017 · 1 min read जान मिल गई तू मिली यू मुझे जैसे जान मिल गई| मरते हुये को इक जिंदगी मिल गई|| तू ही जीवन मेरा तू ही जान है मेरी, आज गेरो मे अपना सा कोई... Hindi · कव्वाली 11 524 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 Apr 2017 · 1 min read तू ही तो मुझको प्यारा है मेरी दुनिया मेरी जन्नत तू ही तो जीवन सारा है| मेरी हर आरजू तू ही ,तू ही तो मुझको प्यारा है|| मेरा जीवन मेरी धड़कन तू ही मेरा सहारा है|... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 507 Share कृष्णकांत गुर्जर 29 Sep 2021 · 1 min read अपने ही खून को यहां छलने लगे है लोग धोखे यूं प्यार के यहां करने लगे है लोग हाथों में हाथ डालके चलने लगे है लोग खाने को घर में दाना नहीं बैठने को छांव झूठी_ तसल्ली देंके प्यार... Hindi · कविता 9 6 502 Share कृष्णकांत गुर्जर 4 May 2021 · 1 min read मुक्तक तुम सलामत रहो, मै रहूं ना रहूं लब्ज दिलके किसी से कहूं ना कहूं संग अपनों के रहकर जियो जिंदगी, आज जिंदा हूं कल में रहूं ना रहूं Hindi · मुक्तक 8 2 519 Share कृष्णकांत गुर्जर 14 Feb 2017 · 1 min read तू तड़पादे या ठुकरादे मुझे तू मार ही देना तू तड़पादे या ठुकरादे मुझे तू मार ही देना| मुहब्बत मे न हारा जो उसे तू हार ही देना|| जो तुझको फूल देता हो उसे तू खार ही देना| दो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 535 Share कृष्णकांत गुर्जर 19 Nov 2021 · 1 min read सिपाही वीर भगत सा बनूं सिपाही,सूरज सा अंगार बनूं । रण में झूमें वीर सिपाही,उनका में श्रृंगार बनूं।। छाती चीरूंगा दुश्मन की,मै वीरो की ढाल बनूं । मां से जाकर कहो... Hindi · कविता 3 2 505 Share कृष्णकांत गुर्जर 4 Feb 2017 · 1 min read पहला लोटा शौच का शौचालय से हो रहा है पानी का नाश| जल ही जीवन है,सबको है विश्वाश|| पहला लोटा शौच का,दूजा बुझाये प्यास| एक बाल्टी पानी मे, कपड़े फसक्लास|| पानी पानी सब कहते... Hindi · दोहा 10 544 Share कृष्णकांत गुर्जर 20 Jun 2023 · 1 min read जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली मैने छुआ यूं तितलियों को बिजलियां गिरी वो रंग ~बिरंगी थी ~कहर ढाती इस कदर उनका~ गुरूर देखकर~ में भी था बेखबर... Quote Writer 700 Share कृष्णकांत गुर्जर 16 Sep 2020 · 1 min read जय सासू जय ससुरा जय सासू जय ससुरा जय हो पति देवा सास पांव दाबे मेरे ससुर करे सेवा सुन्दर सा मुखड़ा मेरा मै हूं सुन्दर नारी नंनद देवर झाड़ू मारे जेठ भरे वारि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 508 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 Feb 2017 · 1 min read दुआ दिल की सुंदर सलोनी फूलो की खुशबू पास हो | दिल मे मची हो हलचले मनमे आस हो|| सपने हमेशा तेरे अपने सारे पूरे हो| तुझको खुशी प्यारी सी गम यूँ मेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 520 Share कृष्णकांत गुर्जर 27 Sep 2021 · 1 min read मै लाचार किसान मेहनत कर मैं अन्न उगाता जाने विश्व जहान सीधा साधा_भोला भाला मैं लाचार किसान भूखा रहकर बहा पसीना_भरता मैं खलिहान मुझे बतादो अब इस जगमे मेरी क्या पहचान भेष बदल... Hindi · गीत 10 494 Share कृष्णकांत गुर्जर 2 Jul 2017 · 1 min read नीम की छाँव मे नीम की छाव मे प्यारे से गाँव मे आना मेरे बाबूजी तपती दोपहरी मे,दाऊ की कचहरी आना मेरे बाबूजी खेतो खलियानो मे,गलियां गलिहारो मे आना मेरे बाबूजी टूटी अटरिया मे... Hindi · कविता 6 501 Share कृष्णकांत गुर्जर 18 Nov 2021 · 1 min read मुक्तक कैसे लिख दूं दिल की बातें कैसे खुली किताब लिखूं किस किस को में क्या समझाऊं कैसे मन के बात लिखूं ✍️कृष्णकांत गुर्जर Hindi · मुक्तक 1 478 Share कृष्णकांत गुर्जर 30 Jan 2017 · 1 min read क्यो बेटी मारी जाती है हे माँ बतला इक बात मुझे,क्यो बेटी मारी जाती है| कल माँ भी तो बेटी थी माँ ,फिर क्यो जिंदा रह जाती है|| बेदो मे और कुरानो मे,क्यो बेटी पूँजी... Hindi · कविता 1 476 Share कृष्णकांत गुर्जर 26 Sep 2021 · 1 min read बात पिया मानो तुम डारो ने हौआ बात पिया मानो तुम डारो ने हौआ पी करके आए तुम दारू को पौआ दूरई रहो तुमरो मुंह जो बसाबे आकरके रोजीना काहे नासाबे मर जेहो इक दिन ना खाबे... Hindi · गीत 11 472 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 May 2018 · 1 min read आंधी और तूफां में देश के लिये मरके ,वो दिलो में छाये हैं। आंधी और तूफां है, फिर भी जगमगाये है। जिनने है सीमा पर, आशियाँ बनाये है। वो चिराग दुनिया में,इंकलाब लाये है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 518 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 Jan 2020 · 1 min read मुक्तक किसी की सादगी को देखकर इजहार मत करना छुरी से पीठ पीछे तुम किसी पर बार मत कराना ये दुनियां है बड़ी जालिम समझ पाना है नामुमकिन जरा सी बात... Hindi · मुक्तक 6 1 462 Share कृष्णकांत गुर्जर 15 Jan 2020 · 1 min read गीत राधे राधे बोलो सुबह बोलो शाम राम जी हम तुम्हारे है सहारे तुम हमारे श्याम जी ये हमारा पूरा जीवन है तुम्हारे नाम जी कामना को पूरा करो मेरे प्रभु... Hindi · गीत 4 468 Share कृष्णकांत गुर्जर 3 Feb 2017 · 1 min read मात नमामि रेवा मैया, जग जननी कहलावत है मात नमामि रेवा मैया, जग जननी कहलावत है| माँ के चरणो मे हम बालक, नित नित शीश झुकावत है अमरकंट से निकले मैया, सागर जान समावत है| कल कल बहती... Hindi · गीत 9 483 Share कृष्णकांत गुर्जर 28 Nov 2019 · 2 min read मरते दम तक मुखिया जी? एक दिन रामू नाम का छोटा बच्चा बहुत ही शरारत कर रहा था ।उसका बड़ा भाई पास आकर उसे डांटने लगा। पास में बैठे पिताजी बोले बेटा कुछ नहीं होता... Hindi · लघु कथा 8 459 Share कृष्णकांत गुर्जर 13 Feb 2017 · 1 min read बदले अपनी हस्त लकीरे अपने वतन पे जान गवाँ दे,एेसा कोई वीर नही | नाम अमरकर दे वो जगमे,ऐसा कोई रणधीर नही|| लिखदे कोई अपनी किस्मत,जग मे एेसा वीर नही| बदले अपनी हस्त लकीरे,लिखता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 507 Share Page 1 Next