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14 Mar 2018 · 1 min read

गुरु

गुरु ही शब्द सिखाता सबको,
गुरू ही ग्यान बताने वाला

अंधकार से ग्यान ज्योति
गुरू ही स्वर सिखलाने वाला

ऊँच नीच का भेद न जाने
गुरु ही दिल से लगाने वाला

छोटा हो या बड़ा हो कोई
गुरू ही सबब बताने बाला

गुरू ही होता भाग्य विधाता
गुरु ही मार्गदिखाने वाला
कृष्णकांत गुर्जर

Language: Hindi
6 Likes · 568 Views
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