Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jul 2023 · 1 min read

मुरली कि धुन

कान्हा के मुरली कि धुन,
सुन प्यार मे दौड़ी राधा रानी।

राधा कहे मेरे मन की सुन,
कान्हा काहे करें तु मन मानी।

कान्हा के मुरली कि धुन,
सुन प्यार मे दौड़ी राधा रानी।

सावन की बूँदों मे प्रेम रंग
कान्हा के संग झूले राधे रानी।

गोपियों की माखन मटकी।
काना गोकुल की गलियो मे फोड़े,
गवाले भागे काना को पकड़े,

गोपियों संघ कान्हा करें नौटँकी
छोड़ो कान, सासे मेरी तुझ में अटकी।

अनिल चौबिसा चित्तौड़गढ़ 9829246588

Language: Hindi
100 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
जिंदगी में अगर आपको सुकून चाहिए तो दुसरो की बातों को कभी दिल
Ranjeet kumar patre
**वसन्त का स्वागत है*
**वसन्त का स्वागत है*
Mohan Pandey
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
वक्त से वक्त को चुराने चले हैं
Harminder Kaur
2588.पूर्णिका
2588.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मेरे स्वयं पर प्रयोग
मेरे स्वयं पर प्रयोग
Ms.Ankit Halke jha
#तुम्हारा अभागा
#तुम्हारा अभागा
Amulyaa Ratan
गांधीजी की नीतियों के विरोधी थे ‘ सुभाष ’
गांधीजी की नीतियों के विरोधी थे ‘ सुभाष ’
कवि रमेशराज
तारीफ क्या करूं,तुम्हारे शबाब की
तारीफ क्या करूं,तुम्हारे शबाब की
Ram Krishan Rastogi
खुद से रूठा तो खुद ही मनाना पड़ा
खुद से रूठा तो खुद ही मनाना पड़ा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ज़िंदगी मेरी दर्द की सुनामी बनकर उभरी है
ज़िंदगी मेरी दर्द की सुनामी बनकर उभरी है
Bhupendra Rawat
■ आज का शेर...
■ आज का शेर...
*Author प्रणय प्रभात*
गिरगिट
गिरगिट
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तुम न समझ पाओगे .....
तुम न समझ पाओगे .....
sushil sarna
शिक्षक और शिक्षा के साथ,
शिक्षक और शिक्षा के साथ,
Neeraj Agarwal
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
संवेदना -जीवन का क्रम
संवेदना -जीवन का क्रम
Rekha Drolia
की है निगाहे - नाज़ ने दिल पे हया की चोट
की है निगाहे - नाज़ ने दिल पे हया की चोट
Sarfaraz Ahmed Aasee
"रेलगाड़ी सी ज़िन्दगी"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
💐प्रेम कौतुक-222💐
💐प्रेम कौतुक-222💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
इतनी उदासी और न पक्षियों का घनेरा
इतनी उदासी और न पक्षियों का घनेरा
Charu Mitra
पढ़ना जरूर
पढ़ना जरूर
पूर्वार्थ
हो देवों के देव तुम, नहीं आदि-अवसान।
हो देवों के देव तुम, नहीं आदि-अवसान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
"मैं एक कलमकार हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
आप कुल्हाड़ी को भी देखो, हत्थे को बस मत देखो।
आप कुल्हाड़ी को भी देखो, हत्थे को बस मत देखो।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
जहाँ खुदा है
जहाँ खुदा है
शेखर सिंह
बेशक मैं उसका और मेरा वो कर्जदार था
बेशक मैं उसका और मेरा वो कर्जदार था
हरवंश हृदय
मिट न सके, अल्फ़ाज़,
मिट न सके, अल्फ़ाज़,
Mahender Singh
संसद के नए भवन से
संसद के नए भवन से
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Loading...