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10 Aug 2018 · 1 min read

मुक्तक

उन सवालों को लेकर हम उदास कितने थे,
जवाब जिनके यहीं आसपास कितने थे,
हंसी, मज़ाक, अदब, महफ़िलें, शरारते,
उदासियों के बदन पर लिबास कितने थे।

Language: Hindi
215 Views

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