Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Feb 2024 · 1 min read

आज फिर वही पहली वाली मुलाकात करनी है

आज फिर वही पहली वाली मुलाकात करनी है
दो कप चाय के और फिर वही दिल वाली बात करनी है

बताऊं कैसे कोई और हो या न हो
बस तू ही मुझे हर लम्हा नही उम्र भर अपने साथ रखनी है

बिन तेरे रास्ता जिंदगी का यो मने आज कल सुनसान सा लगे
तू नही होती जब पास मेरे तो अपना भी हर कोई अंजान सा लगे

मने मेरा खास रिश्ता बस तेरे साथ ही बनाने का दिल करे
बताऊं कैसे तने में बगैर तेरे लम्हा हर एक जीवन का मुश्किल लगे

मेरी तो देखी जायेगी तुझे खुश रखने की रब से फरियाद रहया करे
कोई और शक्श नी रहता आज कल जितना की तू मुझे याद रहया करे

234 Views

You may also like these posts

आएगा संस्कार खुद, वहां दौड़ कर पास.
आएगा संस्कार खुद, वहां दौड़ कर पास.
RAMESH SHARMA
वर्तमान
वर्तमान
Shyam Sundar Subramanian
3250.*पूर्णिका*
3250.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पंक्तियाँ
पंक्तियाँ
प्रभाकर मिश्र
मोहब्बते
मोहब्बते
डिजेन्द्र कुर्रे
गुजरी जो बीती गलियों से
गुजरी जो बीती गलियों से
Chitra Bisht
रुखसती!
रुखसती!
Pradeep Shoree
न जाने कहाँ फिर से, उनसे मुलाकात हो जाये
न जाने कहाँ फिर से, उनसे मुलाकात हो जाये
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Bound by duty Torn by love
Bound by duty Torn by love
Divakriti
I may sound relatable
I may sound relatable
Chaahat
"सड़क"
Dr. Kishan tandon kranti
अष्टविनायक के सदा
अष्टविनायक के सदा
Sukeshini Budhawne
''आशा' के मुक्तक
''आशा' के मुक्तक"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*बना दे शिष्य अपराजित, वही शिक्षक कहाता है (मुक्तक)*
*बना दे शिष्य अपराजित, वही शिक्षक कहाता है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
गरीबी की उन दिनों में ,
गरीबी की उन दिनों में ,
Yogendra Chaturwedi
कल को छोड़कर
कल को छोड़कर
Meera Thakur
We can rock together!!
We can rock together!!
Rachana
पंडित मदनमोहन मालवीय
पंडित मदनमोहन मालवीय
नूरफातिमा खातून नूरी
आजकल की स्त्रियां
आजकल की स्त्रियां
Abhijeet
■ श्री राधाष्टमी पर्व की मंगलकामनाएं।।
■ श्री राधाष्टमी पर्व की मंगलकामनाएं।।
*प्रणय*
- उसकी आंखों का सम्मोहन -
- उसकी आंखों का सम्मोहन -
bharat gehlot
कण कण में राम
कण कण में राम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
बदचलन (हिंदी उपन्यास)
बदचलन (हिंदी उपन्यास)
Shwet Kumar Sinha
मौन ने जो कहा
मौन ने जो कहा
Sudhir srivastava
एक पिता की पीर को, दे दो कुछ भी नाम।
एक पिता की पीर को, दे दो कुछ भी नाम।
Suryakant Dwivedi
स्त्री
स्त्री
पूर्वार्थ
हनुमंत लाल बैठे चरणों में देखें प्रभु की प्रभुताई।
हनुमंत लाल बैठे चरणों में देखें प्रभु की प्रभुताई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
नहीं कोई धरम उनका
नहीं कोई धरम उनका
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
বিষ্ণুর গান (বিষ্ণুকে নিয়ে লেখা গান)
বিষ্ণুর গান (বিষ্ণুকে নিয়ে লেখা গান)
Arghyadeep Chakraborty
एक सत्य मेरा भी
एक सत्य मेरा भी
Kirtika Namdev
Loading...