Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2017 · 1 min read

तेवरी

मैं भी अगर भाट बन जाता
गुण्डों को सेवक बतलाता |

कोयल के बदले कौवों को
सच्चा स्वर-सम्राट सुझाता |

सारे के सारे खलनायक
मेरे होते भाग्य-विधाता |

ज़हर घोलता नित समाज में
सज्जन को पल-पल गरियाता |

धन-दौलत की कमी न होती
पुरस्कार पाकर मुस्काता |
+रमेशराज

Language: Hindi
464 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मैंने बहुत कोशिश की,
मैंने बहुत कोशिश की,
पूर्वार्थ देव
कोरोना
कोरोना
विशाल शुक्ल
🙅वक़्त का तक़ाज़ा🙅
🙅वक़्त का तक़ाज़ा🙅
*प्रणय प्रभात*
गुलमोहर के लिए
गुलमोहर के लिए
Akash Agam
साथ तेरा मिलता
साथ तेरा मिलता
Chitra Bisht
अजीब सी चुभन है दिल में
अजीब सी चुभन है दिल में
हिमांशु Kulshrestha
न हम नजर से दूर है, न ही दिल से
न हम नजर से दूर है, न ही दिल से
Befikr Lafz
ज़िंदगी चाहती है जाने क्या
ज़िंदगी चाहती है जाने क्या
Shweta Soni
महाकवि 'भास'
महाकवि 'भास'
Indu Singh
💗 चाँद कहूं तो छुप जाओगे 💗
💗 चाँद कहूं तो छुप जाओगे 💗
Rituraj shivem verma
बाल कविता : रेल
बाल कविता : रेल
Rajesh Kumar Arjun
"परिस्थिति विपरीत थी ll
पूर्वार्थ
भारत माता रुदन करती
भारत माता रुदन करती
कविराज नमन तन्हा
मैं अंधभक्त हूं।
मैं अंधभक्त हूं।
जय लगन कुमार हैप्पी
माँ
माँ
Nitesh Shah
कुर्बतों में  रफ़ाकत   थी, बहुत   तन्हाइयां थी।
कुर्बतों में रफ़ाकत थी, बहुत तन्हाइयां थी।
दीपक झा रुद्रा
दोष किसे दें
दोष किसे दें
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
मातृशक्ति
मातृशक्ति
Sanjay ' शून्य'
क्या अपने और क्या पराए,
क्या अपने और क्या पराए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*शिक्षा-संस्थाओं में शिक्षणेतर कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूम
*शिक्षा-संस्थाओं में शिक्षणेतर कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूम
Ravi Prakash
"कोशिशो के भी सपने होते हैं"
Ekta chitrangini
उदास
उदास
सिद्धार्थ गोरखपुरी
कान्हा वापस आओ
कान्हा वापस आओ
Dr Archana Gupta
न ख्वाबों में न ख्यालों में न सपनों में रहता हूॅ॑
न ख्वाबों में न ख्यालों में न सपनों में रहता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
देखो आसमान जमीन पर मिल रहा है,
देखो आसमान जमीन पर मिल रहा है,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
" सुनो "
Dr. Kishan tandon kranti
आज जब वाद सब सुलझने लगे...
आज जब वाद सब सुलझने लगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
विधाता छंद
विधाता छंद
Rambali Mishra
दोहा पंचक. . . . करवाचौथ
दोहा पंचक. . . . करवाचौथ
sushil sarna
Loading...