Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Apr 2017 · 1 min read

परमब्रह्म हैं जो परमपुरुष जिनसे ( घनाक्षरी)

परमब्रह्म हैं जो परमपुरुष जिनसे-
विष्णु भी पाते ऐश्वर्य करते निवास हैं ।
उन योगेश्वर कृष्ण को करते प्रणाम ,
रखते श्रद्धा भी हम ,करते विश्वास हैं ।।
— जितेन्द्र कमल आनंद रामपुर दिनांक २८-४-१७

344 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

जिंदगी हवाई जहाज
जिंदगी हवाई जहाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मुझे जीना सीखा दो ज़रा ( ग़ज़ल)
मुझे जीना सीखा दो ज़रा ( ग़ज़ल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
अकल्पनीय धोखा
अकल्पनीय धोखा
Shyam Sundar Subramanian
तू इतना जरूरी क्यों
तू इतना जरूरी क्यों
Anant Yadav
गरिमामय है धरती अपनी
गरिमामय है धरती अपनी
Ghanshyam Poddar
2768. *पूर्णिका*
2768. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"जीवन का संघर्ष"
Dr. Kishan tandon kranti
सियासत में आकर।
सियासत में आकर।
Taj Mohammad
सोरठौ
सोरठौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
बचपना
बचपना
Pratibha Pandey
तरुण
तरुण
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*बादल छाये नभ में काले*
*बादल छाये नभ में काले*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ऋतुराज बसंत
ऋतुराज बसंत
Seema gupta,Alwar
जब पता चलेगा तुमको,
जब पता चलेगा तुमको,
Buddha Prakash
नर्म वही जाड़े की धूप
नर्म वही जाड़े की धूप
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चेहरे क्रीम पाउडर से नहीं, बल्कि काबिलियत से चमकते है ।
चेहरे क्रीम पाउडर से नहीं, बल्कि काबिलियत से चमकते है ।
Ranjeet kumar patre
सिफ़र
सिफ़र
Mamta Rani
What consumes your mind controls your life
What consumes your mind controls your life
पूर्वार्थ
गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा
Ram Krishan Rastogi
😢😢
😢😢
*प्रणय प्रभात*
Shankarlal Dwivedi reciting his verses and Dr Ramkumar Verma and other literary dignitaries listening to him intently.
Shankarlal Dwivedi reciting his verses and Dr Ramkumar Verma and other literary dignitaries listening to him intently.
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
ग़ज़ल _ तुम फ़ासले बढ़ाकर किसको दिखा रहे हो ।
ग़ज़ल _ तुम फ़ासले बढ़ाकर किसको दिखा रहे हो ।
Neelofar Khan
वो मुझे पास लाना नही चाहता
वो मुझे पास लाना नही चाहता
कृष्णकांत गुर्जर
*जीवन में प्रभु दीजिए, नया सदा उत्साह (सात दोहे)*
*जीवन में प्रभु दीजिए, नया सदा उत्साह (सात दोहे)*
Ravi Prakash
"जय जवान जय किसान" - आर्टिस्ट (कुमार श्रवण)
Shravan singh
निकल आए न मेरी आँखों से ज़म ज़म
निकल आए न मेरी आँखों से ज़म ज़म
इशरत हिदायत ख़ान
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
..........लहजा........
..........लहजा........
Naushaba Suriya
समय का सिक्का - हेड और टेल की कहानी है
समय का सिक्का - हेड और टेल की कहानी है
Atul "Krishn"
Loading...