जयबालाजी:: पीने को शिव इष्ट रामकी हाला:: जितेन्द्र कमल आनंद ( पोस्ट ३२)
जयबालाजी:: पीनेको शिव इष्ट रामकी दीप्ति माधुरी की हाला ।
दशरथ प्रांगणमें पहुँचे धर रूप मदारी का आला ।
संग चपल सुंदर बंदर ले, खेल दिखाते वे सबको ।
एक शक्ति के द्विधा दृश्य थे स्वयं शम्भु ही शिव, बाला!!
—-+ जितेन्द्र कमल आनंद