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10 Aug 2025 · 1 min read

सरस्वती वंदना

कर में लेकर पुष्प हार
करते वंदन शत शत बार
हमको अज्ञानता से तार दे
शारदे , शारदे,शारदे।

आये शरण में तुम्हारे
तू अंधेरों से निकाले।
ज्ञान का भंडार दे।
शारदे ,शारदे, शारदे।

हाथ वीणा पुस्तक धारे
श्वेत वसन है तुम्हारे ।
करती जीवन में उजाले।
शारदे ,शारदे, शारदे।

कर को जोड़ हम पुकारे
आये शरण में तुम्हारे
ज्ञान का भंडार दे
शारदे, शारदे शारदे।।
विन्ध्य प्रकाश मिश्र

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