विश्वगुरु भारत अब बन रहा है।

विश्वगुरु भारत अब बन रहा है।
चीन के सामने सीना तन रहा है।।
रोजगार मांगते शर्म नहीं आती।
तीसरी अर्थ-व्यवस्था कहलाती।।
विश्वगुरु भारत अब बन रहा है।
चीन के सामने सीना तन रहा है।।
रोजगार मांगते शर्म नहीं आती।
तीसरी अर्थ-व्यवस्था कहलाती।।