यह वो दुनिया है साहब!
यह वो दुनिया है साहब!
जहां दौलत की चकाचौंध के आगे ,
सद्गुणों की चमक छुप जाया करती है ।
दौलत वालों के सामने शरीफों की कीमत ,
कौड़ी की भी नहीं होती है ।
यह वो दुनिया है साहब!
जहां दौलत की चकाचौंध के आगे ,
सद्गुणों की चमक छुप जाया करती है ।
दौलत वालों के सामने शरीफों की कीमत ,
कौड़ी की भी नहीं होती है ।