अपनी ज़िंदगी में आप बस रफ्तार देखेंगे,

अपनी ज़िंदगी में आप बस रफ्तार देखेंगे,
बदलते दौर में बदला हुआ व्यवहार देखेंगे,
हम इस होड़ में बराबरी के हैं नहीं शामिल
बचपन सा फुर्सत वाला हम इतवार देखेंगे,
अपनी ज़िंदगी में आप बस रफ्तार देखेंगे,
बदलते दौर में बदला हुआ व्यवहार देखेंगे,
हम इस होड़ में बराबरी के हैं नहीं शामिल
बचपन सा फुर्सत वाला हम इतवार देखेंगे,