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12 Feb 2024 · 1 min read

सरस रंग

जीवन की
नीरसता
का जाल
तोडते रंग
हमारे अंतस से
जुडे रहते रंग
हमारी आंखो को
दिखते सात रंग
लेकिन उससे भी
अधिक होते रंग
हर रंग की
अपनी भूमिका
हर रंग
की
अपनी तरंग
कभी खुश
तो कभी
दुखी भी करते
रंग।

डा. पूनम पांडे

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