बचपन में लौटना

दूसरों की ग़लतियां ढूंढना
पसंद है लोगों को
और बार बार उसका अहसास दिलाना
उससे भी ज़्यादा पसंद।
अब तक तो जान गए होंगे तुम भी
खुश करना आसान है किसी को
लेकिन खुश रखना तक़रीबन नामुमकिन
फिर क्यों डरता है इतना
कर वही जो दिल करता है तेरा
तेरी ख़ुशी से ज़्यादा
कुछ और ज़रूरी नहीं है यहां
इतना तू समझ ले।
बहुत हो गया जीना दूसरों के लिए
थोड़ा ख़ुद के लिए भी जी लो
बचपन दोबारा जीने की कोशिश करो
खेलने के लिए उठा लो कभी गिल्ली डंडा
क्या पता बचपन की यादें
तुम्हारी ज़िन्दादिली लौटा दे।
मिलता नहीं अमूमन किसी को
शायद बचपन दोबारा तुम्हें मिल जाए
कर ले मस्ती दिल खोलकर इतनी
कोई कुछ भी कहे इसकी चिंता न रह जाए
एक बच्चा और एक पागल
जो हंसी हंस सकते हैं
जब वो हंसी हंस पाओगे तुम
समझ लेना बचपन में लौट गए हो तुम
और तुमने पा लिया है कुछ ऐसा
ज़िंदगी जीने में सफल हो गए हो तुम।