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10 Dec 2024 · 1 min read

एक गल्ती ने सांवरे की, नजरों से गिरा दिया।

एक गल्ती ने सांवरे की, नजरों से गिरा दिया।
शिद्दत से लिखी किताब पर, पानी फिरा दिया।
लहरों से प्यास बुझाने की ललक, खारा कर गई।
बसें हुए आसियाने को भी, वीराना कर गई।
दूर इतने आ गए हैं कि, पानी में मिठास न रही।
लहरों ने दिया न साथ, नदिया तक पहुंचे सांस न रही।

1 Like · 1 Comment · 95 Views
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