कल हुई बातों का खुमार है बाकी

कल हुई बातों का खुमार है बाकी
हाले दिल सुनना तेरा, यार है अभी बाकी
तेरे दीदार से सुकून मिला आँखों को मगर
तुझसे रूबरू होने का इंतज़ार है बाकी
चित्रा बिष्ट
कल हुई बातों का खुमार है बाकी
हाले दिल सुनना तेरा, यार है अभी बाकी
तेरे दीदार से सुकून मिला आँखों को मगर
तुझसे रूबरू होने का इंतज़ार है बाकी
चित्रा बिष्ट