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29 Apr 2024 · 1 min read

“सफर अधूरा है”

“सफर अधूरा है”
मनुष्य उस अवस्था में अभी नहीं पहुँच पाया है, जब वह प्रेम का सही अर्थ समझे। मनुष्य ने वासना को ही प्रेम मान लिया है, जबकि प्रेम जीवन का सौन्दर्य है, हृदय का गान है, आत्मा का नृत्य है और मन की उत्ताल तरंगें हैं।

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