लिया गुलाल हाथ में,

लिया गुलाल हाथ में,
रंग लिया तन कुछ यूँ
मुझसे पूछे सब मुझे, मैं हूं अब किस ओर
खो गई सब सुध-बुध मेरी
बन बैठी ‘मैं’ तो तू….!!
मधु गुप्ता “अपराजिता”
लिया गुलाल हाथ में,
रंग लिया तन कुछ यूँ
मुझसे पूछे सब मुझे, मैं हूं अब किस ओर
खो गई सब सुध-बुध मेरी
बन बैठी ‘मैं’ तो तू….!!
मधु गुप्ता “अपराजिता”