Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Oct 2024 · 1 min read

” हल “

” हल ”

‘आप उनकी जगह पर होते तो क्या करते?’
यह विचार
आपकी हजारों समस्याओं का समाधान करेगा,
आपको सही दिशा दिखाएगा।

डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति

2 Likes · 3 Comments · 96 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

खुशी देने से मिलती है खुशी और ग़म देने से ग़म,
खुशी देने से मिलती है खुशी और ग़म देने से ग़म,
Ajit Kumar "Karn"
2978.*पूर्णिका*
2978.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
त्यौहार
त्यौहार
Shekhar Deshmukh
बुझी नहीं है आज तक, आजादी की आग ।
बुझी नहीं है आज तक, आजादी की आग ।
sushil sarna
#लघुकविता-
#लघुकविता-
*प्रणय प्रभात*
তোমায় বড় ভালোবাসি
তোমায় বড় ভালোবাসি
Arghyadeep Chakraborty
इसका मत
इसका मत
Otteri Selvakumar
अपने मोहब्बत के शरबत में उसने पिलाया मिलाकर जहर।
अपने मोहब्बत के शरबत में उसने पिलाया मिलाकर जहर।
Rj Anand Prajapati
है कौन वो राजकुमार!
है कौन वो राजकुमार!
Shilpi Singh
हो न हो हम में कहीं अमरत्व तो है।
हो न हो हम में कहीं अमरत्व तो है।
Kumar Kalhans
बेटे का जन्मदिन
बेटे का जन्मदिन
Ashwani Kumar Jaiswal
खुद से जंग जीतना है ।
खुद से जंग जीतना है ।
अश्विनी (विप्र)
मुझे दर्द भी पीना आ गया ।
मुझे दर्द भी पीना आ गया ।
DR. RAKESH KUMAR KURRE
फोन नंबर
फोन नंबर
पूर्वार्थ
स्त्री मन
स्त्री मन
Vibha Jain
ग़ज़ल _ दिल मचलता रहा है धड़कन से !
ग़ज़ल _ दिल मचलता रहा है धड़कन से !
Neelofar Khan
"तहकीकात"
Dr. Kishan tandon kranti
बेटी
बेटी
Ayushi Verma
चाहकर भी जता नहीं सकता,
चाहकर भी जता नहीं सकता,
डी. के. निवातिया
"भोर की आस" हिन्दी ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
चाहत
चाहत
Phool gufran
कहां याद कर पाते हैं
कहां याद कर पाते हैं
शिवम राव मणि
तल्ख़ इसकी बहुत हक़ीक़त है
तल्ख़ इसकी बहुत हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
” क्या फर्क पड़ता है ! “
” क्या फर्क पड़ता है ! “
ज्योति
प्रेम:एक सच.!
प्रेम:एक सच.!
SPK Sachin Lodhi
“अंग्रेज़ बहुत चालाक हैं। भरी बरसात में स्वतंत्र करके चले गए
“अंग्रेज़ बहुत चालाक हैं। भरी बरसात में स्वतंत्र करके चले गए
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
वक्त एवम् किस्मत पर कभी भी अभिमान नहीं करना चाहिए, क्योंकि द
वक्त एवम् किस्मत पर कभी भी अभिमान नहीं करना चाहिए, क्योंकि द
ललकार भारद्वाज
किसी ने क्या खूब कहा है किताब से सीखो तो नींद आती है,
किसी ने क्या खूब कहा है किताब से सीखो तो नींद आती है,
Aisha mohan
कौन कहता है कफ़न का रंग सफ़ेद ही होता है
कौन कहता है कफ़न का रंग सफ़ेद ही होता है
Iamalpu9492
जीवन और जिंदगी
जीवन और जिंदगी
Neeraj Kumar Agarwal
Loading...