जब थकान हावी हो…

जब थकान हावी हो…
कभी-कभी लगता है जिंदगी का बोझ सहना मुश्किल हो रहा है? याद रखो- ‘तूफ़ान पेड़ों को उखाड़ते हैं, लेकिन उनकी जड़ें मजबूत कर देते हैं।”
• थक गए हो? तो रुक जाओ, मगर पीछे मुड़कर मत देखो।
• टूट गए हो? तो सँभल जाओ,
मगर शिकायतों का बोझ मत ढोओ।
• हर रात सुबह से पहले आती है, और हर चढ़ाई से पहले एक ढलान होती है। ज़रूरी नहीं हर दिन तुम ‘परफेक्ट’ दिखो… बस कोशिश करते रहो। कभी एक चाय की चुस्की, कभी एक पन्ने की कहानी, या किसी पुराने दोस्त की बात-ये छोटे पल ही तो तुम्हें नई उम्मीद देते हैं।
याद रखो –
‘जो गिरकर उठते हैं, उनकी कहानियों में ही जादू होता है।’