कठिन था बहुत कठिन था रुक कर किसी दर पे फ़िर से चलना बहुत कठि

कठिन था बहुत कठिन था रुक कर किसी दर पे फ़िर से चलना बहुत कठिन था।
मग़र यहाँ नींद से जाग कर ज़िंदा दिखाना भी सफ़र का एक चलन था।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”
कठिन था बहुत कठिन था रुक कर किसी दर पे फ़िर से चलना बहुत कठिन था।
मग़र यहाँ नींद से जाग कर ज़िंदा दिखाना भी सफ़र का एक चलन था।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”