कमांड चाहिए तो कमांडो बनो

नेतृत्व के सवाल पर शहीद का० शंकर गुहा नियोगी जी के विचार:-*
किसान मजदूर के सही नेतृत्व को निम्नलिखित आचरण विधि पर अमल करना चाहिए :
1. नम्रता से बोलो।
2. सार्वजनिक पैसे को व्यक्तिगत हित में व्यय मत करो।
3. जनता से मामूली-सी भी वस्तु मत लो।
4. अगर जनता से कोई भी वस्तु ली है तो उसे सही ढंग से वापस करो।
5. किसी का नुकसान मत करो। अगर नुकसान हो गया हो तो उसका *भुगतान
करो।*
6. महिलाओं के प्रति इज्जत से पेश आओ।
7. जनता के लिए जियो एवं जनता के लिए मरो।
8. किसी भी कुर्बानी से मत डरो।
9. एक साधारण मजदूर जैसा जीवन बिताओ।
10. जो कुछ भी करो, व्यापक जनता के हित के लिए करो।
किसान-मजदूर के नेतृत्व को सदैव हर प्रकार की बाधाओं का मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
कभी-कभी पुलिस का निर्मम अत्याचार, लम्बी जेल यातनाएं, भयंकर गरीबी आदि भी झेलना पड़ता है,
परंतु नेताओं को रास्ते से ये सब रोड़े हटाते हुए कदम-कदम आगे बढ़ना चाहिए।
आज देश के लिए सही नेतृत्व की जरूरत है जो भूख, भ्रष्टाचार, शोषण, गरीबी एवं तानाशाही के खिलाफ संघर्ष में सही नेतृत्व दे सके एवं एक सुंदर शोषण विहीन भारत के निर्माण के लिए रचनात्मक कार्यक्रम अपनाये।