Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Mar 2025 · 1 min read

सफलता क्या है?

सफलता क्या है?
सफलता, सफलता, सफलता, हर व्यक्ति सफल होना चाहता है। परंतु दुःख की बात यह है कि अधिकांश व्यक्ति सफलता का अर्थ एवं मर्म नहीं समझते। उन्हें यह भी मालूम नहीं होता कि सफलता किसे कहते हैं? क्या निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर लेना सफलता है या जीवन के औचित्य को साकार करना सफलता है? भौतिक सुख-सुविधाओं को प्राप्त कर लेना सफलता है या तन सुख से ऊपर उठकर आत्म-सुख की प्राप्ति करना सफलता है? सही मायने में सफलता की परिभाषा व्यक्तिविशेष की सोच एवं नजरिए पर निर्भर करती है। किसी व्यक्ति के नजरिया में सफलता का अर्थ अधिक-से-अधिक धन-दौलत प्राप्त करना है, तो किसी की नजर में ऊँचे पदों को सुशोभित करना,किसी की नजर में संसार के समस्त वैभव को प्राप्त करना है, तो किसी की नजर में असंभव को संभव कर दिखाना। किसी की नजर में सुंदर व्यक्तित्व का स्वामी बनना सफलता है, तो किसी की नजर में हर सुंदर चीजों को प्राप्त करने का नाम सफलता है। किसी की नजर में नाम, धन, यश की प्राप्ति करना सफलता है, तो किसी की नजर में मनचाहे क्षेत्रों में खुद को शिखर पर स्थापित करने का नाम सफलता है।
इस प्रकार की सफलता भौतिकवादी अर्थात् मैटरलिस्टिक है और ऐसे लोगों की नजर में भौतिक सुख-सुविधा एवं ऐश्वर्यिक साधनों की प्राप्ति करने का नाम सफलता है।

38 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

अब तुम मुझमें घर करते जा रहे हो।
अब तुम मुझमें घर करते जा रहे हो।
Madhu Gupta "अपराजिता"
सरयू
सरयू
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
रास्तों में फिर वही,
रास्तों में फिर वही,
Vishal Prajapati
डरना हमको ज़रा नहीं है,दूर बहुत ही कूल भले हों
डरना हमको ज़रा नहीं है,दूर बहुत ही कूल भले हों
Dr Archana Gupta
आज फ़िर कोई
आज फ़िर कोई
हिमांशु Kulshrestha
प्यार
प्यार
Sandeep Thakur
दहेज ना लेंगे
दहेज ना लेंगे
भरत कुमार सोलंकी
🍁तेरे मेरे सन्देश- 9🍁
🍁तेरे मेरे सन्देश- 9🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वयोवृद्ध कवि और उनका फेसबुक पर अबतक संभलता नाड़ा / मुसाफिर बैठा
वयोवृद्ध कवि और उनका फेसबुक पर अबतक संभलता नाड़ा / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
"जरूरतों में कम अय्याशियों में ज्यादा खर्च कर रहे हैं ll
पूर्वार्थ
क्या खूब
क्या खूब
Dr fauzia Naseem shad
..
..
*प्रणय प्रभात*
मैं क्या जानूँ
मैं क्या जानूँ
Shweta Soni
यदि हम कोई भी कार्य खुशी पूर्वक करते हैं फिर हमें परिणाम का
यदि हम कोई भी कार्य खुशी पूर्वक करते हैं फिर हमें परिणाम का
Ravikesh Jha
"बरसात"
Ritu chahar
बहुत उलझा हुआ हूं मैं कोई रास्ता नहीं दिखता ।
बहुत उलझा हुआ हूं मैं कोई रास्ता नहीं दिखता ।
अश्विनी (विप्र)
" गुजारिश "
Dr. Kishan tandon kranti
खर्च कितना करें
खर्च कितना करें
मधुसूदन गौतम
निकल पड़ो कभी ऐसे सफर पर भी
निकल पड़ो कभी ऐसे सफर पर भी
Chitra Bisht
रात भर नींद की तलब न रही हम दोनों को,
रात भर नींद की तलब न रही हम दोनों को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सगळां तीरथ जोवियां, बुझी न मन री प्यास।
सगळां तीरथ जोवियां, बुझी न मन री प्यास।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
- गहरी खामोशी है मेरी -
- गहरी खामोशी है मेरी -
bharat gehlot
,,,,,,,,,,,,?
,,,,,,,,,,,,?
शेखर सिंह
खालीपन आ ठहरा
खालीपन आ ठहरा
Surinder blackpen
खुशी पाने का जरिया दौलत हो नहीं सकता
खुशी पाने का जरिया दौलत हो नहीं सकता
नूरफातिमा खातून नूरी
मैं ज्यादा पूजा-पाठ में यकीन नहीं करता। मैं ज्यादा मंदिर जान
मैं ज्यादा पूजा-पाठ में यकीन नहीं करता। मैं ज्यादा मंदिर जान
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
गर्मी आई
गर्मी आई
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दो साँसों के तीर पर,
दो साँसों के तीर पर,
sushil sarna
जुड़वा भाई ( शिक्षाप्रद कहानी )
जुड़वा भाई ( शिक्षाप्रद कहानी )
AMRESH KUMAR VERMA
व्हाट्सएप युग का प्रेम
व्हाट्सएप युग का प्रेम
Shaily
Loading...