सफलता क्या है?

सफलता क्या है?
सफलता, सफलता, सफलता, हर व्यक्ति सफल होना चाहता है। परंतु दुःख की बात यह है कि अधिकांश व्यक्ति सफलता का अर्थ एवं मर्म नहीं समझते। उन्हें यह भी मालूम नहीं होता कि सफलता किसे कहते हैं? क्या निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर लेना सफलता है या जीवन के औचित्य को साकार करना सफलता है? भौतिक सुख-सुविधाओं को प्राप्त कर लेना सफलता है या तन सुख से ऊपर उठकर आत्म-सुख की प्राप्ति करना सफलता है? सही मायने में सफलता की परिभाषा व्यक्तिविशेष की सोच एवं नजरिए पर निर्भर करती है। किसी व्यक्ति के नजरिया में सफलता का अर्थ अधिक-से-अधिक धन-दौलत प्राप्त करना है, तो किसी की नजर में ऊँचे पदों को सुशोभित करना,किसी की नजर में संसार के समस्त वैभव को प्राप्त करना है, तो किसी की नजर में असंभव को संभव कर दिखाना। किसी की नजर में सुंदर व्यक्तित्व का स्वामी बनना सफलता है, तो किसी की नजर में हर सुंदर चीजों को प्राप्त करने का नाम सफलता है। किसी की नजर में नाम, धन, यश की प्राप्ति करना सफलता है, तो किसी की नजर में मनचाहे क्षेत्रों में खुद को शिखर पर स्थापित करने का नाम सफलता है।
इस प्रकार की सफलता भौतिकवादी अर्थात् मैटरलिस्टिक है और ऐसे लोगों की नजर में भौतिक सुख-सुविधा एवं ऐश्वर्यिक साधनों की प्राप्ति करने का नाम सफलता है।