विश्वास तुम हम पर——?

विश्वास तुम हम पर, करो नहीं प्यार में इतना।
निभा नहीं पायेंगे हम, प्यार में वादा अपना।।
विश्वास तुम हम पर————————-।।
हमारे ख्वाब हैं ऊँचे, हमें पाना है बहुत कुछ यहाँ।
रंक से ऊंचा उठकर, नृप बनना है हमको यहाँ।।
बनाकर महल हम, कल देखेंगे और नया सपना।
विश्वास तुम हम पर————————-।।
तुम्हारी तरहां तुमसे, वफ़ा कोई कर नहीं सकते।
कष्ट कोई इस प्यार में, यार हम सह नहीं सकते।।
मोहब्बत के लिए जीवन, नष्ट नहीं कर सकते अपना।
विश्वास तुम हम पर————————-।।
हमें मतलब नहीं है, प्यार होता है सच्चा क्या।
छोड़ दो साथ हमारा, पार लगाना जीवन नैया।।
हमारे लिए बर्बाद तुम, करो नहीं जीवन अपना।
विश्वास तुम हम पर————————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)