☆ उससे उम्मीद बंध गई होगी

☆ उससे उम्मीद बंध गई होगी
रिश्ता कमज़ोर हो गया होगा
* जोड़ कर तोडते नहीं रिश्ता
हम निभाने का शौक रखते हैं
* बात जिसमें कोई नहीं होती,
रिश्ता खामोशियों का होता है।
* टूट जाते हैं वक़्त आने पर,
ये भी रिश्ते अजीब होते हैं।
* पहले से फिर कभी नहीं रहते
गांठ रिश्तों में गरचे पढ़ जाए
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद