रख हौंसला की वो पल भी आयेगा
रख हौंसला की वो पल भी आयेगा
एक दिन सुनहरे अक्षरों से आसमां पर तेरा नाम लिख जाएगा।
जिन्हें कलियां समझकर खूं से तुने सींचा है
वक्त उन्हीं के हाथों तेरे जख्मों पर मरहम लगाएगा।
न रफू कर न सी
इन चिथडों की एक पोटली बना
एक दिन इनसे कोई नया दौर ले आएगा।
हताशा का तेरा हर एक कदम
तेरी नन्ही जानों को गर्त में ले जायेगा।
बिलखता देख तुझे वे,सहना और बिलखना ही सिखेगें
तेरा विरांगना का रूप ही उन्हें एक विरांगना बनाएगा