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28 Feb 2025 · 1 min read

कमाल किया उस ख़ुदा ने,

कमाल किया उस ख़ुदा ने,
जिसने दिल पढ़ने का हुनर ना दिया।
जो पढ़ लेते दिल दूजे का,
तो कितनों के दिल अफ़सोस मनाते रह जाते।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”

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