मुझे अपने तक पहुंचाने का रास्ता दिखलाओं मेरे प्रभु।

मुझे अपने तक पहुंचाने का रास्ता दिखलाओं मेरे प्रभु।
किया है जो विलग सबसे तो अपने से मिलाओं मेरे प्रभु।।
अभी भी हूँ सैकड़ों मील की दूरी पर तुमसे मेरे प्रभु।
इस मोह जंजाल से मुझे मुक्ति दिलाओं मेरे प्रभु।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”