मन्नते करना मेरे लिए

शीर्षक-मन्नते करना मेरे लिए
पल पल दिखाई देते हो तुम,
हर सु सुनाई देते हो तुम।
इजहार -ए -मुहब्बत है,
मन्नते करना मेरे लिए।।
इस जहां से उस अंबर तक,
ख्वाबों से ख्यालों तक।
एक झंकार हो ,
मन्नते करना मेरे लिए।।
मोहब्बत की कोई हद न रही,
बाद इसके कोई जिद न रही।
मेरा हर सरोकार हो,
मन्नते करना मेरे लिए।।
साँसों का आना जाना है,
सपना भी सुहाना है।
दिल में सुकूँ की फुहार हो,
मन्नते करना मेरे लिए।।
उषा श्रीवास (भदौरा)
बिलासपुर (छ०ग०)
चलभाष -7587323325