गंगोत्री और यमुनोत्री से निकली दो बहनें ,

गंगोत्री और यमुनोत्री से निकली दो बहनें ,
स्वच्छ ,सुंदर ,निर्माण और पवित्र रूप धर कर ।
मगर हाय! हातभागिनी! धरती पर चरण पड़ते ही ,
पापी मनुष्यों के कुकृत्य से रह गई गंदे नालों से भर कर ।
गंगोत्री और यमुनोत्री से निकली दो बहनें ,
स्वच्छ ,सुंदर ,निर्माण और पवित्र रूप धर कर ।
मगर हाय! हातभागिनी! धरती पर चरण पड़ते ही ,
पापी मनुष्यों के कुकृत्य से रह गई गंदे नालों से भर कर ।