कभी कभी हसीं आती हैं हम को ही हमारी लिखावट पे

कभी कभी हसीं आती हैं हम को ही हमारी लिखावट पे
लोग प्यार करके छुपाते है
और हम ना करके भी दिखाते हैं
कभी कभी हसीं आती हैं हम को ही हमारी लिखावट पे
लोग प्यार करके छुपाते है
और हम ना करके भी दिखाते हैं