मुझको तो स्वाभिमान प्यारा लगता है

मुझको तो स्वाभिमान प्यारा लगता है
हर कहीं गुमनाम किनारा लगता है
बोलने दे, तोलने दे तू उनको
गिरगिट चिंटू यार बेचारा लगता है
हर कहीं गुमनाम किनारा…..
~जितेन्द्र कुमार “सरकार”
मुझको तो स्वाभिमान प्यारा लगता है
हर कहीं गुमनाम किनारा लगता है
बोलने दे, तोलने दे तू उनको
गिरगिट चिंटू यार बेचारा लगता है
हर कहीं गुमनाम किनारा…..
~जितेन्द्र कुमार “सरकार”