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15 Apr 2024 · 1 min read

सोचे सारे ख्वाब

चला गया कब बालपन, बीता सकल शबाब ।
दिल के दिल में रह गए, सोचे सारे ख्वाब ।।
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 88 Views

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