Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2025 · 1 min read

कोई मोहलत हमें नहीं देती

कोई मोहलत हमें नहीं देती
आपकी याद हो सज़ा जैसे
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

2 Likes · 36 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

रेस
रेस
Karuna Goswami
बहुत खूब आदरणीय वाह क्या कहने सुप्रभात रहें किसी के पास यदि, बुद्धि धैर्य विश्वास
बहुत खूब आदरणीय वाह क्या कहने सुप्रभात रहें किसी के पास यदि, बुद्धि धैर्य विश्वास
RAMESH SHARMA
धरा हरी बनाने को पेड़ लगाओ
धरा हरी बनाने को पेड़ लगाओ
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
फूलों से हँसना सीखें🌹
फूलों से हँसना सीखें🌹
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
हादसा तो गुज़र गया लेकिन
हादसा तो गुज़र गया लेकिन
Dr fauzia Naseem shad
बाबुल
बाबुल
Neeraj Kumar Agarwal
हकीकत की जमीं पर हूँ
हकीकत की जमीं पर हूँ
VINOD CHAUHAN
4592.*पूर्णिका*
4592.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
घर घर मने दीवाली
घर घर मने दीवाली
Satish Srijan
जन्म जला सा हूँ शायद...!
जन्म जला सा हूँ शायद...!
पंकज परिंदा
भारत और इंडिया तुलनात्मक सृजन
भारत और इंडिया तुलनात्मक सृजन
लक्ष्मी सिंह
हमारे साथ खेलेंगे नहीं हारे वो गर हम से
हमारे साथ खेलेंगे नहीं हारे वो गर हम से
Meenakshi Masoom
पापा तुम्हारे ना होने पर.…..
पापा तुम्हारे ना होने पर.…..
पं अंजू पांडेय अश्रु
रणचंडी बन जाओ तुम
रणचंडी बन जाओ तुम
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मेरे दो बेटे हैं
मेरे दो बेटे हैं
Santosh Shrivastava
तलाश ए सुकून..
तलाश ए सुकून..
हिमांशु Kulshrestha
सिय स्वयंबर और भगवान परशुराम का सर्वस्व दान
सिय स्वयंबर और भगवान परशुराम का सर्वस्व दान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हवस का सूरज।
हवस का सूरज।
Kumar Kalhans
अंदाज़ - ऐ - मुहोबत
अंदाज़ - ऐ - मुहोबत
ओनिका सेतिया 'अनु '
के जिसको इश्क़ हो जाए भला कैसे वो सोएगा
के जिसको इश्क़ हो जाए भला कैसे वो सोएगा
पूर्वार्थ
सांझ की सिन्दूरी कल्पनाएं और तेरी आहटों का दबे पाँव आना,
सांझ की सिन्दूरी कल्पनाएं और तेरी आहटों का दबे पाँव आना,
Manisha Manjari
आज भी अपमानित होती द्रौपदी।
आज भी अपमानित होती द्रौपदी।
Priya princess panwar
वायु प्रदूषण रहित बनाओ
वायु प्रदूषण रहित बनाओ
Buddha Prakash
'हार - जीत'
'हार - जीत'
Godambari Negi
मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही
मैं रात भर मैं बीमार थीऔर वो रातभर जागती रही
Dr Manju Saini
तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन।।
तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन।।
अनुराग दीक्षित
उस झरोखे को बंद करें, जो आपको पीड़ा देता है, बाहर का दृश्य च
उस झरोखे को बंद करें, जो आपको पीड़ा देता है, बाहर का दृश्य च
इशरत हिदायत ख़ान
..
..
*प्रणय प्रभात*
क्षणिका
क्षणिका
sushil sarna
"खुद में खुद को"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...