अर्पण कर दो राम को, बचे हुए सब श्वास।

अर्पण कर दो राम को, बचे हुए सब श्वास।
ध्यान रखों प्रभु का सदा, मन में भर उल्लास।।
मौत मरेगा भी सदा, फिर ना आये पास।
राम धाम में तुम पहुँच, बन जाओगे दास।।
_संजय निराला
अर्पण कर दो राम को, बचे हुए सब श्वास।
ध्यान रखों प्रभु का सदा, मन में भर उल्लास।।
मौत मरेगा भी सदा, फिर ना आये पास।
राम धाम में तुम पहुँच, बन जाओगे दास।।
_संजय निराला