पति और पत्नि की लगाम
पत्नि सोचती रहती है,
पति पर कैसे लगाउ लगाम।
इसी सोच मे पत्नि का,
बीत जाता है समय तमाम।।
पति भी सोचता रहता है,
पत्नि पर कैसे लगाउ लगाम।
इसी सोच मे पति कर देता है,
अपनी हीं सारी जिंदगी तमाम।।
घोड़े पर हीं लगती है लगाम
न कि पति और पत्नि पर,
दोनों हीं यह सोचना बंद करें,
नही तो जिंदगी होगी बे लगाम।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम